नीट यूजी 2025 परीक्षा में इस साल शामिल होने वाले लाखों कैंडिडेट्स इन दिनों रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। एनटीए जल्द ही नीट यूजी का परिणाम जारी करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीट यूजी रिजल्ट 14 जून को जारी हो सकता है। रिजल्ट से पहले परीक्षा में शामिल रहे कैंडिडेट्स के मन में कई सवाल होंगे। इनमें से एक सवाल ये भी है कि अगर दो कैंडिडेट्स के नंबर एक जैसे होंगे और उनमें से टॉपर तय करने हों तो कौन टॉपर होगा?
इस स्थिति में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) टाई ब्रेकिंग नियम लागू करती है। नीट यूजी परीक्षा में 2 या उससे अधिक उम्मीदवारों के मार्क्स एक जैसे होते हैं तो उस सिचुएशन में टाई ब्रेकिंग नियम लागू कर दिया जाएगा। इससे ऑल इंडिया रैंक और टॉपर का निर्धारण करना आसान हो जाता है। यह प्रक्रिया व्यवस्थित और ट्रांसपेरेंट है। NTA हर साल अपने ऑफिशियल नोटिफिकेशन में इन नियमों को स्पष्ट भी करती है।
नीट यूजी टॉपर्स के एक समान अंक हो जाने पर AIR 1 तय कर पाना मुश्किल होता है। इस स्थिति में रिजल्ट जारी होने के बाद नीट यूजी टाई ब्रेकर नियमों का पालन किया जाता है।
इस नियम के अनुसार, जिस कैंडिडेट के नंबर बायोलॉजी (बॉटनी + जूलॉजी) में ज्यादा होंगे उसे हाई रैंक दी जाएगी अधिकतम अंक: 360 (90 प्रश्न, प्रत्येक 4 अंक का)।
अगर अगर बायोलॉजी में मार्क्स बराबर होंगे तो केमिस्ट्री में अधिक अंक वाले उम्मीदवार को प्राथमिकता मिलेगी। अधिकतम अंक: 180 (45 प्रश्न, प्रत्येक 4 अंक का)
बायोलॉजी और केमिस्ट्री के नंबर भी अगर बराबर हुए तो फिजिक्स में अधिक नंबर वाले कैंडिडेट को टॉप रैंक दी जाएगी। अधिकतम अंक: 180 (45 प्रश्न, प्रत्येक 4 अंक का)
अगर इन तीनों सब्जेक्ट में नंबर बराबर होते हैं तो उस उम्मीदवार को प्राथमिकता मिलेगी, जिसके सभी विषयों (बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स) में गलत उत्तरों की संख्या कम होगी और अगर गलत उत्तरों की संख्या भी बराबर निकली तो सही उत्तरों की संख्या वाला उम्मीदवार टॉप रैंक हासिल करेगा।