दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता 26 जून 2025 को द इंडियन एक्सप्रेस के कार्यक्रम EXPRESS ADDA में बतौर गेस्ट शामिल हुईँ। द इंडियन एक्सप्रेस की नेशनल ओपिनियन एडिटर वंदिता मिश्रा और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनंत गोयंका के साथ उन्होंने दिल्ली के विकास से लेकर एंटरटेनमेंट जगत से जुड़े विवादों तक पर बात की। रैपिड फायर के दौरान उन्होंने स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा को लेकर हुए विवाद पर भी बात की। उनसे पूछा गया कि क्या कुणाल कामरा दिल्ली में अपना शो करें तो वो शामिल होंगी। इस सवाल पर उन्होंने क्या जवाब दिया, जानिए।
अनंत गोयंका ने रेखा गुप्ता से सवाल किया, “कुणाल कामरा, अगर वो कहें कि उनको दिल्ली में एक कॉमेडी का शो करना है, जो वो करते हैं और वो शो में आप मान सकते हैं कि हमारे पीएम पर, सब लोग पर मजाक होगी। तो आप क्या सलाह देंगी? दिल्ली में शो करना चाहिए या नहीं?
इस सवाल पर रेखा गुप्ता ने कहा, “अपने रिस्क पर आएं।” ये बात सुनते ही कार्यक्रम में मौजूद लोग तालियां बजाने लगे। इसके बाद रेखा गुप्ता ने कहा, “दिल्ली की जनता उन्हें सुनेगी।” फिर उनसे सवाल किया गया कि वो एक मुख्यमंत्री होकर ऐसा कैसे बोल सकती हैं। जिस पर उन्होंने कहा, “अरे! दिल्ली की जनता सुनेगी ना उन्हें, इसलिए कह रही हूं।”
इस कार्यक्रम में रेखा गुप्ता से दिलजीत दोसांझ की फिल्म ‘सरदार जी 3’ को लेकर चल रहे विवाद पर भी सवाल किया गया। जब उनके सामने दिलजीत का नाम लिया गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “अच्छा गाते हैं। गाते रहिए।” इसके बाद दिल्ली सीएम को फिल्म पर हो रही कॉन्ट्रोवर्सी के बारे में बताया गया। जिसके बाद उन्होंने कहा, “अरे मुझे पिक्चर देखने का टाइम कहां दे रहे हो आप, सवाल पूछ रहे हो बस। मुझे देखने दीजिए पहले।” दिलजीत दोसांझ की फिल्म से जुड़े विवाद के बारे में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
दरअसल मार्च, 2025 में कुणाल कामरा ने अपने स्टैंड अप कॉमेडी शो के दौरान महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर एक कविता सुनाई थी। जिसे लेकर राजनीतिक हलचल मच गई थी, साथ ही अभिव्यक्ति की आज़ादी और कॉमेडी की सीमाओं पर भी बहस शुरू छिड़ गई थी।
कुणाल कामरा मुंबई के खार इलाके में स्थित ‘हैबिटेट स्टूडियो’ में एक स्टैंड-अप कॉमेडी शो कर रहे थे। इस शो के दौरान उन्होंने बॉलीवुड फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के मशहूर गाने “भोली सी सूरत, आंखों में मस्ती” की पैरोडी सुनाई थी। जिसके बोल थे-“ठाणे की रिक्शा, चेहरे पर दाढ़ी, आंखों पर चश्मा हाय!एक झलक दिखलाये कभी, गुवाहाटी में छुप जाए।मेरी नजर से तुम देखो, गद्दार नजर वो आए।मंत्री नहीं है वो, दल बदलू हैं और कहा क्या जाए, जिस थाली में खाए उसमें छेद कर जाए।मंत्रालय से ज्यादा फडणवीस की गोदी में मिल जाए।”
इस कविता के कारण वो कानूनी पचड़े में फंस गए थे। उन्हें समन मिलने के बाद भी वो पुलिस के सामने हाजिर नहीं हुए थे। मगर वो लगातार ट्विटर पर पोस्ट शेयर कर अपनी बात रख रहे थे। पूरी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें…