दीपिका पादुकोण ने हाल ही संदीप रेड्डी वांगा की प्रभास स्टारर पुलिस थ्रिलर फिल्म ‘स्पिरिट’ छोड़ दी है, जिसके बाद फिल्म को लेकर फैंस का क्रेज कम हो गया है। दीपिका के फिल्म को छोड़ने के तुरंत बाद संदीप रेड्डी वांगा ने अपनी पिछली फिल्म ‘एनिमल’ की हीरोइन तृप्ति डिमरी को साइन कर लिया है और एक्स पर एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने बिना नाम लिए दीपिका पादुकोण पर निशाना साधा, जिसके बाद अब दीपिका ने भी इंटरव्यू में बिना इस विवाद का जिक्र किए अपना पक्ष रखा है।
दीपिका ने कहा है कि अपने फैसले पर कायम रहने से उन्हें बहुत शांति मिलती है। मंगलवार की शाम दीपिका पादुकोण लग्जरी ज्वेलरी ब्रांड कार्टियर के एक हाई-प्रोफाइल इवेंट में शामिल हुईं। इस इवेंट में दीपिका ने अपने आसपास होने वाले विवाद और पर्सनल लाइफ के साथ प्रोफेशनल लाइफ को बैलेंस करने के बारे में बात की।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि जो चीज मुझे बैलेंस रखती है, वो है ट्रू और ऑथेंटिक होना। जब भी मैं मुश्किल सिचुएशन का सामना करती हूं… अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनती हूं। फैसले लेने और उन पर कायम रहने के लिए मैं अपने मन की सुनती हूं। यही वो समय होता है जब मैं सबसे ज्यादा बैलेंस महसूस करती हूं।”
कल्कि 2898 ई. में प्रभास के साथ काम करने के बावजूद, दीपिका ने कथित तौर पर अपनी मांगें पूरी न होने के बाद ‘स्पिरिट’ में उनके साथ काम करने से इनकार कर दिया है। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि दीपिका ने शर्त रखी थी कि वो एक दिन में 8 घंटे से ज्यादा शूटिंग नहीं। बॉलीवुड हंगामा के अनुसार, उनकी टीम ने निर्माताओं से ये भी मांग की कि अगर शूटिंग 100 दिनों से ज्यादा चलती है तो उन्हें हर एक दिन के लिए ज्यादा पेमेंट किया जाएगा। एक बात ये भी सामने आई कि दीपिका को फिल्म में कुछ बोल्ड सीन से आपत्ति थी।
When I narrate a story to an actor, I place 100% faith. There is an unsaid NDA(Non Disclosure Agreement) between us. But by doing this, You’ve ‘DISCLOSED’ the person that you are….Putting down a Younger actor and ousting my story? Is this what your feminism stands for ? As a…
ये सब बात सामने आने के बाद संदीप रेड्डी वांगा ने क्रिप्टिक पोस्ट लिखकर दीपिका पर बिना नाम लिए कटाक्ष किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “जब मैं किसी एक्टर को कहानी सुनाता हूं, तो मैं उस पर 100% भरोसा करता हूं। हमारे बीच एक अनकहा एनडीए है। लेकिन ऐसा करके, आपने अपने व्यक्तित्व को दिखा दिया है… एक युवा एक्टर को नीचा दिखाना और मेरी कहानी को बाहर निकालना? क्या यही आपका नारीवाद है? एक फिल्म निर्माता के तौर पर, मैंने अपने क्राफ्ट के पीछे सालों तक कड़ी मेहनत की है और मेरे लिए, फिल्म निर्माण ही सब कुछ है। आपको ये नहीं समझ आया। आपको ये समझ नहीं आएगा। आपको ये कभी भी समझ में नहीं आएगा। ऐसा करो…. अगली बार पूरी कहानी बोलना… क्योंकि मुझे जरा भी फर्क नहीं पड़ता #dirtyPRgames मुझे ये कहावत बहुत पसंद है, खुंदक में बिल्ली खंभा नोचे!” पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…