रामानंद सागर की ‘रामायण’ तो आप सभी को याद होगी। जनवरी 1987 से जुलाई 1988 तक दूरदर्शन प्रसारित होने वाला शो काफी पॉपुलर रहा, जिसे लोग आज भी देखना पसंद करते हैं। कोरोना काल में इस शो को दूरदर्शन पर फिर से प्रसारित किया गया था, जिसे हाई टीआरपी मिली थी। ये टेलीविजन के इतिहास में एक कल्ट शो साबित हुआ है। इस शो में अरुण गोविल, दीपिका चिखलिया, सुनील लहरी और अरविंद त्रिवेदी सहित कई कालाकारों ने अपनी अदायकी से स्क्रीन पर अलग छाप छोड़ी। सभी को दर्शकों से भरपूर प्यार मिला। राम और सीता के रूप में अरुण और दीपिका को लोग सही में पूजने लगे। इसमें से एक और किरदार काफी पॉपुलर रहा था, जिससे लोगों को नफरत भी हुई। आप रावण को समझ रहे होंगे लेकिन, रावण के अलावा बहन शूर्पणखा का रोल भी काफी हिट रहा था। 78 एपिसोड में से सिर्फ चार में दिखाई दी थीं और पॉपुलैरिटी हासिल की थी।

‘रामायण’ में रावण की बहन शूर्पणखा का रोल प्ले करने वाली एक्ट्रेस कोई और नहीं बल्कि रेणु धारीवाल थीं। ऐसे में चलिए बताते हैं उनके बारे में। अब वह कहां हैं और किस हालत में हैं।

दरअसल, साल 2018 में रेणु धारीवाल ने हमारे सहयोगी इंडियन एक्सप्रेस सेस बात की थी। इस दौरान रामानंद सागर की ‘रामायण’ को लेकर बात की थी और अपने बारे में भी बताया था कि वह एक पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। रेणु बताती हैं कि वह ऐसे परिवार से आती हैं, जो अपनी बेटियों को कभी भी शोबिज में नहीं आने देते। ऐसी सोच के बीच एक्ट्रेस बनने का सपना देखना मामूली बात नहीं थी। उनके इस फैसले में उनकी बंगाली मां ने सपोर्ट किया। उन्होंने बताया था कि अपने पिता को बॉम्बे जाने का असली कारण बिना बताए ही वह यहां आ गई थीं। मुंबई में उन्होंने रोशन तनेजा की क्लास ली। यहां गोविंदा उनके साथ स्टूडेंट थे। इसके बाद रेणु ने थिएटर में काम करना शुरू कर दिया था, जहां पर रामानंद सागर की नजर उन पर पहली बार पड़ी थी।

रेणु धारीवाल इसी बातचीत को आगे बढ़ाते हुए बताती हैं कि उन्हें ‘पुरुष’ नाम के नाटक में एक मां की भूमिका में रामानंद सागर ने देखा था। जब उन्हें पता चला कि वह एक छोटी उम्र की लड़की हैं तो वह काफी प्रभावित हुए और उन्हें शूर्पणखा का रोल ऑफर कर दिया। अब जब उनको ये रोल ऑफर हुआ तो वह भी खुद को रोक नहीं पाईं और इतने बड़े अवसर को वह हाथ से जाने नहीं देना चाहती थीं।

‘रामायण’ में काम करने के बाद रेणु धारीवाल के लिए अवसर के दरवाजे खुल गए थे। वह बताती हैं कि रामानंद सागर के शो में काम करने से पहले वह केवल थिएटर आर्टिस्ट थीं। लेकिन जब नेशनल टेलीविजन पर शूर्पणखा बनकर आईं तो उनकी पॉपुलैरिटी बढ़ गई। लोग सड़कों, बसों में समेत हर जगह पहचानने लगे। उन्होंने शूर्पणखा के लिए उमरगांव में दो महीने तक शूटिंग की थी और इसके लिए उन्हें उस समय 30 हजार रुपये मिले थे। शूर्पणखा की एक्टिंग के साथ ही उनकी हंसी भी काफी फेमस हुई थी, जिसने इंडस्ट्री में काम के दरवाजे खोल दिए थे।

‘रामायण’ के बाद रेणु ने कई फिल्मों में काम किया। उन्होंने बीआर चोपड़ा की टेली सीरीज ‘चुन्नी’, सुरिंदर सिंह की पंजाबी फिल्म ‘मरही दा दीवा’ में काम किया। इसके अलावा वह हेमा मालिनी की पहली निर्देशित फिल्म ‘दिल आशना है’ में भी काम कर चुकी थीं। इसे साल 1992 में रिलीज किया गया था और इसमें वह शाहरुख खान की बहन के किरदार में थीं। फिल्म में दिव्या भारती, जीतेंद्र, मिथुन चक्रवर्ती, डिंपल कपाड़िया, अमृता सिंह, कबीर बेदी और सोनू वालिया जैसे कलाकार अहम रोल में थे।

इसके साथ ही बात की जाए रेणु धारिवाल के बारे में कि वह कहां और क्या करती हैं? तो उन्होंने खुद बताया था कि करियर बनाने के लिए उन्होंने एक्टिंग को छोड़ दिया और राजनीति में एंट्री ले ली थी। शादी के बाद वह रेणु धारिवाल से रेणु खानोलकर बन गई थीं। वह मुंबई प्रदेश महिला कांग्रेस की पूर्व उपाध्यक्ष थीं। कुछ साल राजनीति में एक्टिव रहने के बाद वह इससे भी दूर हो गईं। अब वह अपने पति के साथ रियल एस्टेट के कारोबार करती हैं। वह महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए काम करती हैं और इसके लिए दो एनजीओ चलाती हैं।

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