Air India Plane Crash: 12 जून को अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश में कुल 265 लोगों की मौत हो गई है। फ्लाइट में कुल 242 लोग सवार थे जिनमें केवल एक की जान बच पाई है और बाकी के 241 लोगों की मौत हो गई। ये फ्लाइट जिस बिल्डिंग में टकराई थी वहां मौजूद लोगों में से 24 लोग की भी जान चली गई है। इस दुर्घटना को लेकर पूर्व पायलट और यूट्यूबर गौरव तनेजा ने पायलटों का बचाव किया था। अब उनका एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें वो दावा कर रहे हैं कि ओवरलोडिंग के कारण प्लेन क्रैश हुआ है।

गौरव ने अपने यूट्यूब चैनल पर वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो फ्लाइटरडार द्वारा जारी किए गए नए डाटा का जिक्र कर रहे हैं। ये एक ऐसा ऐप है जो यूजर्स को वास्तविक समय में एयर ट्रैफिक ट्रैक करने की अनुमति देता है। गौरव ने बताया कि नए डाटा से पता चलता है कि एयर इंडिया की फ्लाइट को टेक ऑफ करने में सामान्य से काफी ज्यादा समय लगा। गौरव ने एयर इंडिया फ्लाइट 171 का टेक ऑफ फुटेज दिखाते हुए इस घटना को एक्सप्लेन किया है।

गौरव तनेजा ने इस बात को हाईलाइट किया कि फ्लाइट टेक ऑफ के दौरान रनवे से धूल उड़ती हुई देखी गई, जिससे ये पता चलता है कि प्लेन कच्ची सतह पर था। उन्होंने ये भी बताया कि प्लेन ने रनवे के बिल्कुल अंत में उड़ान भरी, जो उनके अनुसार असामान्य था।

ये सब दिखाते हुए गौरव ने कहा, “फ्लाइट ने रनवे पर बहुत दूरी तय की और टेक ऑफ के बाद, स्पीड कम हो गई। प्लेन में कुछ गड़बड़ी थी। क्या प्लेन में लोडिंग में कोई समस्या थी? क्योंकि पहले भी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।” गौरव ने 1993 में औरंगाबाद में हुई दुर्घटना जिक्र किया, जो ओवरलोडिंग के कारण हुई थी।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए गौरव ने कहा, “प्लेन ओवरलोडेड है क्योंकि एयरलाइंस कार्गो से ज्यादा पैसा कमाती हैं, और वो कागज पर कम कार्गो दिखाते हैं लेकिन वास्तव में वो प्लेन को ओवरलोड करते हैं। क्या दुर्घटना के पीछे यही कारण था?” उन्होंने तेल अवीव से एक फ्लाइट का भी जिक्र किया जो कार्गो में अधिक वजन भरने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। गौरव ने अपने वीडियो को ये कहते हुए खत्म किया, “बाकी अपडेट का इंतजार है, हम आपको जल्द ही अपडेट करेंगे।”

बता दें कि गौरव ने इससे पहले प्लेन क्रैश के लिए पायलट की गलती बताने वालों को जवाब दिया था। उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा था, “जब पायलट खुद का बचाव करने के लिए मौजूद नहीं होते हैं तो उन पर दोष लगाना बहुत आसान होता है। बोइंग और एयर इंडिया दोनों ही बड़ी कंपनियां हैं, इसलिए उन्हें छोड़ दें और पायलट को दोष दें। साथ ही, अगर आप पायलट पर दोष लगाते हैं तो बीमा का दावा करना आसान हो जाता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…