फिल्म- लवयापास्टार कास्ट- जुनैद खान, खुशी कपूर, आशुतोष राणा, किकु शारदा और अन्यनिर्देशक: अद्वैत चंदनड्यूरेशन- 2 घंटे 17 मिनटरेटिंग- 3.5/5
AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की इस दुनिया में जितनी चीजें आसान हुई हैं, उतनी ही मुश्किलें भी बढ़ी हैं। अगर AI के फायदे हैं तो इसके नुकसान भी काफी हैं। इसके जरिए किसी को नुकसान पहुंचाया जा सकता है। इसके जरिए डीपफेक वीडियो जैसे कारनामें किए जाते रहते हैं। बॉलीवुड स्टार्स भी इससे अछूते नहीं रहे हैं। कटरीना आलिया जैसे सितारों के डीपफेक वीडियोज सामने आ चुके हैं। साथ ही आज के युवाओं की जिंदगी भी फोन, इंटरनेट और सोशल मीडिया में उलझ कर रह गई है। फोन है तो ऑप्शन भी बहुत हैं। फिर चाहे वो रिश्ते हों या फिर कुछ और। आज का मॉर्डन लव फोन से शुरू होता है और फोन पर ही आकर खत्म हो जाता है। कुछ ऐसी ही एक कहानी लेकर आए हैं, जुनैद खान, जिसमें फोन के बीच उलझी जिंदगी और AI के नुकसान दिखाए गए हैं। इसी बीच थोड़ा लव का भी ट्राएंगल है। इसमें उनके साथ खुशी कपूर भी हैं। इनकी फिल्म का टाइटल है ‘लवयापा’। फिल्म के नाम से तो थोड़ा बहुत तो समझ ही आ गया होगा कि क्या है इसमें। फिर हम आपको इसके बारे में अच्छे से बताते हैं।
जुनैद खान और खुशी कपूर स्टारर फिल्म ‘लवयापा’ को सिनेमाघरों में रिलीज कर दिया गया है। ये एक रोमांटिक फिल्म है, जिसमें रोमांस को एक नया मोड़ दिया गया है। इसे कह सकते हैं कि ये इंडस्ट्री का पहला जेन-जी लव ड्रामा है। ये फिल्म फोन और इंटरनेट की दुनिया में उलझी जुनैद खान और खुशी कपूर के रिश्ते को दिखाता है कि कैसे एक मोबाइल फोन इंसान के लिए आज प्राइवेसी तय करता है।
जुनैद खान और खुशी कपूर की फिल्म ‘लवयापा’ की कहानी पर नजर डाले तो ये दिल्ली के गौरव यानी कि जुनैद खान और बानी (खुशी कपूर) की कहानी है। फिल्म की कहानी का सब्जेक्ट बेहद ही शानदार है। गौरव और बानी एक-दूसरे से प्यार करते हैं। फिर अचानक से इस लव स्टोरी में बानी के पिता यानी कि आशुतोष राणा की एंट्री होती है तो सब कुछ बदलने लगता है। इनके प्यार की परीक्षा होती है। हालांकि, ये परीक्षा 90s वाली परीक्षा से काफी अलग होती है। यहां किसी को कोई सवाल-जवाब नहीं देने हैं। यहां तो केवल फोन में अपने सवालों के जवाब ढूंढने हैं। इस अग्निपरीक्षा को जानने के लिए आपको फिल्म का रुख करना होगा। क्योंकि इस बीच जो हंगामा होता है वो कमाल का होता है। दोनों के फोन एक्सचेंज हो जाते हैं और फिर कहानी टर्न लेती है तो रोमांस, ड्रामा और इमोशन का फुल डोज मिलता है। रिलेशनशिप, सिच्युएशनशिप और कमिटमेंट में उलझे हुए दो कन्फ्यूज लवबर्ड्स की अनफिल्टर्ड कहानी अद्वैत चंदन हमें बताते हैं।
इसके साथ ही जुनैद खान और खुशी कपूर की परफॉर्मेंस के बारे में बात की जाए तो जुनैद की जहां ये दूसरी फिल्म है वहीं, खुशी कपूर की भी दूसरी मूवी है। इसके पहले जुनैद ने ‘महाराज’ से स्क्रीन पर अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ी थी और खुशी को नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘द आर्चीज’ में देखा गया था। इससे उन्होंने ओटीटी पर डेब्यू किया था मगर बड़े पर्दे पर उनकी ‘लवयापा’ पहली फिल्म है। जुनैद ने इस मूवी के जरिए एक बार फिर से साबित कर दिया कि वो अच्छे एक्टर हैं। इसके साथ ही खुशी कपूर को भी आप पसंद करेंगे। उनकी एक्टिंग में कई जगहों पर आपको ‘धड़क’ वाली जान्हवी कपूर नजर आएंगी। कुल मिलाकर, भले ही जुनैद और खुशी अपनी फिल्म के प्रमोशन के दौरान अनकंफर्टेबल रहे हों लेकिन, मूवी में इनकी परफॉर्मेंस कमाल की रही है। वहीं, आशुतोष राणा ने बेहतरीन अभिनय के धनी हैं ही तो फिल्म में उनका होना लाजवाब है।
इनके अलावा फिल्म में निखिल मेहता, ‘कुल्लू’ यानी आदित्य कुलश्रेष्ठ, कीकू शारदा, , जेसन थाम जैसे कई कलाकार भी हैं और जिन्होंने मूवी में शानदार काम किया है और अपने किरदारों के साथ न्याय करने की पूरी कोशिश की है।
निर्देशक अद्वैत चंदन ने फिल्म ‘लवयापा’ का निर्देशन किया है। उन्होंने नई पीढ़ी की समस्याओं को पर्दे पर बेहतरीन ढंग से दिखाया है। लेकिन, फिल्म में कुछ कड़ियां भी ऐसी आएंगी जब ये आपको थोड़ी बोरियत सी फील कराएगी लेकिन, जुनैद की एक्टिंग आपको फिर से सीट पर बैठने पर मजबूर कर देगी। अद्वैत गुच्ची (जुनैद) और उसकी समस्याओं को पर्दे पर दिखाने में सफल रहे हैं। डायरेक्टर अपनी फिल्म के सब्जेक्ट को लेकर क्लियर थे तो वो इससे जरा भी नहीं भटके। इसकी कहानी से आप खुद को और रियल ट्रेंड को जोड़ पाएंगे।
वहीं, बात की जाए तो राइटिंग की तो करिश्मा प्रणव भवसार ने इसकी राइटिंग में काफी कुछ ध्यान रखा है। पहले तो उन्होंने इसे एकदम ताजगी के साथ लिखा है। इसमें उन्होंने मजेदार चुटकुले और इस जेनरेशन के इमोशन्स का बखूबी ध्यान रखा है। फिल्म में हर चीज का खास ध्यान रखा गया है। आजकल के युवाओं और उनकी समस्याओं को देखकर मूवी की एक-एक कड़ी को लिखा गया है, जिसे आप पर्दे पर देखने के बाद महसूस कर पाएंगे। ‘लवयापा’ एक फिल्म नहीं बल्कि हमारी और आपकी एक असल जिंदगी जैसी लगती है। ये फिल्म प्यार को किसी आदर्श की तरह नहीं दिखाती, बल्कि आज के रिश्तों की उलझन, धुंधली सीमाओं और दिलचस्प उलझन को पूरी तरह से अपनाती है।
इतना ही नहीं, अगर ‘लवयापा’ के बैकग्राउंड म्यूजिक और गानों की बात की जाए तो इसमें रोमांटिक सॉन्ग के साथ रैप का भी जलवा देखने के लिए मिलता है, जो आज के युवाओं को कनेक्ट करता है। इसके गाने और म्युजिक फिल्म की हर कड़ी को जोड़ने का काम करते हैं, जो एक शानदार अनुभव होता है।
अब अगर बात की जाए ‘लवयापा’ के देखने और ना देखने की तो अगर आपने जुनैद की ‘महाराज’ देखी है तो उनकी एक्टिंग से भलीभांति परिचित हो गए होंगे तो आप उनकी एक्टिंग देखने के लिए इस मूवी को जरूर देखेंगे। वहीं, अगर आप कहानी खोजते हैं तो आपके लिए ये अच्छा प्लॉट हो सकता है, क्योंकि इसकी कहानी का सब्जेक्ट अच्छा है, जो आजकल के युवाओं से कनेक्ट होती है। फिल्म फुल एंटरटेनिंग है। फैमिली लव ड्रामा मूवी है। जैसे जिंदगी का मजा सब्र में होता है वैसे ही इस फिल्म में भी होगा। क्योंकि इसका क्लाइमैक्स काफी कमाल का है। मॉडर्न एज रिश्तों वाली इस फिल्म को जरूर देखना चाहिए।