संसद के बजट सत्र के पांचवे दिन की कार्यवाही हंगामेदार रही। विपक्ष ने जहां लोकसभा और राज्यसभा में अमेरिका से डिपोर्ट किए जा रहे भारतीय नागरिकों का मुद्दा उठाया और इस पर चर्चा की मांग की। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की और जवाब दिया। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘देवानंद ने इमरजेंसी का सपोर्ट नहीं किया तो उनकी फिल्में बंद करवा दीं’।
पीएम ने कहा कांग्रेस द्वारा संविधान और लोकतंत्र के अनादर का इतिहास सामने आया है। नेहरू सरकार ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला किया, मजदूर आंदोलन को दबाया गया, और कलाकारों को प्रताड़ित किया गया। पीएम ने कहा कि इमरजेंसी के दौरान भारतीय संविधान को कुचला गया। देवानंद, किशोर कुमार जैसे कलाकारों पर बैन लगाए गये। यह खुलासा कांग्रेस के लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति दोहरे मानदंडों को दर्शाता है। संविधान का सम्मान न करने वाली कांग्रेस की सच्चाई सामने आई है।
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देवानंद ने इमरजेंसी के दौरान इंदिरा गांधी के विरोध में रैलियां निकालीं और खुलकर उनकी आलोचना की थी। इसके बाद उन्होंने खुद की पार्टी भी बनाई जिसका नाम रखा नेशनल पार्टी ऑफ इंडिया, इसका सपोर्ट खुद इंदिरा गांधी की बुआ विजयलक्ष्मी पंडित ने की थी। इमरजेंसी के दौरान देवानंद को संजय गांधी की तारीफ में रेडियो पर एड करने को कहा गया मगर देवानंद ने साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका जमीर उन्हें इस चीज की इजाजत नहीं देता है। इस विरोध का नुकसान भी देवानंद को भुगतना पड़ा था।
देवानंद ने जब कांग्रेस का विरोध किया तो ऑल इंडिया रेडियो पर उनके गाने चलाने और उनका नाम लेने पर रोक लगा दी गई। यहां तक कि टेलीविजन पर देवानंद की फिल्में दिखानी बंद कर दी गईं। देवानंद इस बात पर काफी नाराज हुए और अपने सपोर्टर्स के साथ मिलकर उन्होंने इंदिरा गांधी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और रैलियां निकालीं।
साल 1977 में आम चुनावों की घोषणा हुई तब देव आनंद ने जनता पार्टी की तरफ से इंदिरा गांधी के खिलाफ चुनाव प्रचार किया। वकील राम जेठमलानी ने देवानंद को इसके लिए राजी किया था। मगर कुछ समय बाद जनता पार्टी से वो दूर हो गए और साल 1980 में उन्होंने खुद की पार्टी की घोषणा कर दी, जिसका नाम रखा नेशनल पार्टी ऑफ इंडिया।
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देवानंद ने बाद में एबीपी न्यूज से बातचीत में पार्टी बनाने के पीछे की वजह का खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि हम निराश हो गए थे, इमरजेंसी चली गई और हमने जनता पार्टी का सपोर्ट किया और उनकी सरकार बनी। मगर हमने उन्हें सपोर्ट किया और वो देश के लिए कुछ ना करके सिर्फ कुर्सी के पीछे पड़े थे। देवानंद ने बॉलीवुड के सितारों को लेकर पार्टी के गठन की घोषणा की। 4 सितंबर 1979 को मुंबई के ताज होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई जिसमें वी शांताराम, रामानंद सागर, श्रीराम वोहरा, आत्म राम, हेमा मालिनी, शत्रुघ्न सिन्हा और संजीव कुमार आदि शामिल हुए। पार्टी का मुख्यालय वी शांताराम के मुंबई के परेल स्थिति राजकमल स्टूडियो में बना। हालांकि यह पार्टी बहुत जल्दी खत्म भी हो गई।