फिल्म: तुमको मेरी कसमराइटर और डायरेक्टर: विक्रम भट्टकास्ट: अनुपम खेर, अदा शर्मा, इश्वाक सिंह, ईशा देओल, मेहरजान बी माजदा और सुशांत सिंहरेटिंग: 3/5

कहते हैं ना कि फिल्में समाज का आइना होती हैं। कुछ फिल्में मनोरंजन के लिए बनाई जाती हैं तो कुछ फिल्में ऐसी होती हैं, जो समाज की सोच पर वार करती हैं। वो सोच पर वार तो करती ही हैं साथ ही समाज को अच्छा मैसेज भी देती है। इन फिल्मों को देखने के बाद जोश जग जाता है कि आप कुछ भी कर सकते हो। इसमें कई फिल्में सच्ची घटना से प्रेरित होती है और स्क्रीन पर अलग ही छाप छोड़ती है। कुछ ऐसा ही फिल्म ‘तुमको मेरी कसम’ में देखने के लिए मिला है, जो समाज की सोच पर प्रहार करती है। इस मूवी में अनुपम खेर और अदा शर्मा ने कमाल का काम किया है। विक्रम भट्ट द्वारा निर्मित इस फिल्म से ईशा देओल ने लंबे समय के बाद स्क्रीन पर धमाकेदार वापसी की है। ये एक कोर्ट रूम थ्रिल फिल्म है। ये उस सोच पर वार करती है, जो लोग IVF सेंटर को सेक्स क्लिनिक समझते हैं। चलिए बताते हैं इस फिल्म के बारे में।

अनुपम खेर, अदा शर्मा और ईशा देओल की फिल्म ‘तुमको मेरी कसम’ की कहानी की डॉक्टर अजय मुर्डिया के सफर के बारे में बताती है। वो ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने भारत की सबसे बड़ी आईवीएफ चेन इंदिरा नींव रखी थी। फिल्म में डॉक्टर मुर्डिया की भूमिका में अनुपम खेर हैं। डॉक्टर मुर्डिया IVF सेंटर खोलते हैं तो उनको काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। फिल्म में दो कहानियां साथ चलती है। एक तरफ जहां आपको कोर्ट रूम ड्रामा देखने के लिए मिलता है तो दूसरी तरफ डॉक्टर मुर्डिया के स्ट्रगल की कहानी चलती है। फिल्म के कुछ सीन ऐसे हैं, जिसे इसकी जान कहना गलत नहीं होगा। फिल्म में डॉक्टर अजय के स्ट्रगल की कहानी इमोशन्स को भी पेश करती है। हॉरर फिल्मों के लिए जाने जाने वाले विक्रम भट्ट ने एक शानदार स्टोरी पेश की है। इसमें इश्वाक सिंह और अदा शर्मा की भी रोमांटिक केमिस्ट्री देखने के लिए मिलती है, जो कि कमाल की लगती है।

फिल्म का सबसे महत्वपूर्ण और रोमांचक पहलू इसका कोर्टरूम ड्रामा है। 62 साल के डॉ. अजय मुर्डिया ने भारत में IVF सेंटर को बचाने के लिए एक कठिन कानूनी लड़ाई लड़ी। इसके लिए ना केवल अपने लोगों के विरोध का बल्कि समाज की नेगेटिव सोच से भी लड़ना पड़ता है। फिल्म में विश्वासघात, नैतिकता और न्याय के संघर्ष को बेहतरीन तरीके से दर्शाया गया है।

इसके साथ ही फिल्म ‘तुमको मेरी कसम’ में एक्टर्स की एक्टिंग की बात की जाए तो इस मूवी से ईशा देओल ने पर्दे पर धमाकेदार वापसी की है। इसमें वो वकील की भूमिका में हैं। कोर्ट रूम में उनका प्रेजेंटेशन कमाल का होता है। वो अपनी एक्टिंग से दर्शकों को इंप्रेस करती हैं। वहीं, अदा शर्मा और अनुपम खेर ने तो कमाल ही कर दिया है। अनुपम खेर तो पहले से ही अभिनय के धनी हैं। ‘द केरल स्टोरी’ के बाद अदा शर्मा की एक और धमाकेदार परफॉर्मेंस फैंस को देखने के लिए मिली है। फिल्म में इश्वाक सिंह और ‘पंचायत’ सीरीज के बनराकस भी हैं।

विक्रम भट्ट को हमेशा से देखा गया है कि वो रोमांटिक और हॉरर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने इंडस्ट्री को ‘गुलाम’, ‘राज’, ‘कसूर’ और ‘1920’ जैसी सफल फिल्मों का निर्देशन किया है। ऐसे में इस बार उन्होंने प्लॉट से हटकर फिल्म बनाई है, जिसमें वो काफी हद तक सफल भी रहे हैं। विक्रम भट्ट एक दमदार कहानी को बखूबी पर्दे पर उतारा है। अपनी फिल्म के जरिए डायरेक्टर ने सलीके से समाज की सोच पर चोट किया है। हालांकि, फिल्म में अगर फ्लैश बैक वाले सीन कम होते तो फिल्म एकदम निखरकर आती। लेकिन, कुछ भी हो कहानी कमाल की चुनी है। विक्रम भट्ट ने अपने दमदार डायरेक्शन और मजबूत स्क्रीनप्ले के साथ फिल्म को खास बना दिया है।

इसके अलावा फिल्म के गाने और बैकग्राउंड स्कोर की बात की जाए तो वो भी कमाल का है, जो कि फिल्म की हर कड़ी को शानदार तरीके से जोड़ता है।

फिल्म की कास्ट ही नहीं बल्कि इसका विक्रम भट्ट द्वारा किया गया डायरेक्शन भी जबरदस्त है। इसकी कहानी इमोशनल और थ्रिलिंग है। कास्ट की परफॉर्मेंस दिल जीत लेने वाली है। कोर्टरूम ड्रामा के सीन्स बेहद इंटेंस और दर्शकों को बांधे रखने वाले हैं। फिल्म की सबसे खास बात ये है कि ये एक डॉक्टर की इंस्पिरेशनल कहानी है तो इसे एक बार सभी को जरूर देखना चाहिए। ऐसी सामाजिक फिल्में कम ही देखने के लिए मिलती हैं। साथ ही इसमें उस सवाल का जवाब भी है, जिस IVF को लोग सेक्स सेंटर कहते हैं। जबकि इसकी वजह से ना जाने कितनों की सूनी गोद हरी-भरी हुई है।

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