राजेश खन्ना को देश का पहला सुपरस्टार कहा जाता था और उनके चार्म से महिलाएं बेहद आकर्षित हुआ करती थीं। उनकी फीमेल फैन फॉलोइंग के किस्से आज भी मशहूर हैं। वैसे तो राजेश खन्ना ने लगभग हर एक्ट्रेस के साथ काम किया था, लेकिन मुमताज के साथ उनकी दोस्ती काफी अच्छी थी। मुमताज उन्हें काका कहकर बुलाती थीं और वो उन्हें मोती। एक्टर गोवर्धन असरानी ने बताया था एक बार दोनों को एक साथ स्टेज पर जाना था, लेकिन 40 मिनट तक वो स्टेज पर नहीं जा पाए, क्योंकि लोग उनपर सिक्के फेंक रहे थे।
ये हुआ था मुमताज और राजेश खन्ना की फिल्म ‘मुमताज’ के प्रीमियर पर। राजेश खन्ना पर लिखी किताब ‘राजेश खन्ना: द किंग ऑफ सुपरस्टारडम’ में असरानी के एक इंटरव्यू का जिक्र है, जिसमें उन्होंने ‘दो रास्ते’ के प्रीमियर पर हुए किस्से के बारे में बताया हुआ है।
असरानी ने ये इंटरव्यू मेट्रे सिनेमा को दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था, “बाहर भीड़ उमड़ रही थी और अंदर पूरा हॉल भरा हुआ था। जब वे पहुंचे तो वहां कोहराम मच गया। मानो भगवान आ गए हों। सूट पहने फिल्म निर्माताओं को किनारे कर दिया गया। सड़कों से भीड़ थिएटर में घुस आई। “राजेश खन्ना, राजेश खन्ना” के नारे के बीच लाठीचार्ज हुआ। हर कोई उन्हें छूना चाहता था। उन्हें मंच तक पहुंचने में 40 मिनट लग गए। जब ‘बिंदिया चमकेगी’ गाना बजाया गया तो सीटियां बजने लगीं और सिक्के उछाले जाने लगे। स्क्रीनिंग पूरी होने से पहले ही उन्हें वहां से हटा दिया गया।”
असरानी ने राजेश खन्ना की फैन फॉलोइंग के साथ-साथ उनके स्वभाव को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि राजेश खन्ना को सिर्फ अपने बारे में अच्छी बात सुनना ही पसंद था। असरानी ने कहा, “मैंने राजेश के साथ हृषिदा की ‘नमक हराम’ (1973) में काम किया था। जिसमें वो अमिताभ बच्चन के साथ थे। दोनों के बीच एक शिष्टाचार था लेकिन राजेश बड़प्पन की भावना से ग्रस्त थे। उनका मानना था कि ‘कोई भी मुझे हिला नहीं सकता। मैं बहुत पॉवरफुल हूं’। पूरी फिल्म में दोनों के बीच तनाव था जो साफ नजर आ रहा था।”
असरानी ने अपने बॉलीवुड करियर में 350 से ज्यादा फिल्में कीं और उन्हें ‘शोले’ (1975) में जेलर की भूमिका के लिए जाना जाता है। इस फिल्म से अभिनेता ने अपनी जबरदस्त पहचान बनाई। मगर उन्होंने 1972 से 1991 के बीच राजेश खन्ना के साथ 25 से ज्यादा फिल्मों में काम किया।
दोनों ने बावर्ची (1972), बढ़ती का नाम दाढ़ी (1974), आप की कसम (1974) और अजनबी (1974) जैसी फ़िल्मों में काम किया। असरानी और राजेश दोनों ही हमेशा अपनी दमदार स्क्रीन प्रेजेंस और अलग-अलग तरह की भूमिकाओं के लिए जाने जाते थे।