बॉलीवुड से लेकर साउथ फिल्मों में एक्टिंग का लोहा मनवाने वाले एक्टर विजय सेतुपति (Vijay Sethupathi) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। बतौर विलेन आज उनकी अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है। वो जब भी किसी फिल्म में होते हैं तो अपने अभिनय से अलग ही छाप छोड़ जाते हैं। वो हिंदी में ‘जवान’ और ‘क्रिसमस’ जैसी फिल्मों में काम कर अपने अभिनय का परिचय दे चुके हैं। वहीं, साउथ में उनकी एक से बढ़कर एक फिल्में हैं। कई फिल्मों में विलेन बनकर वो हीरो पर भारी पड़ गए हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि फिल्मों में खतरनाक विलेन की भूमिका निभाने वाले विजय सेतुपति को ऑनलाइन चैटिंग करते हुए प्यार हुआ था और बाद में शादी रचा ली थी? चलिए बताते हैं आज आपको उनकी फिल्मी लव स्टोरी के बारे में…

दरअसल, विजय सेतुपति आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। वो 47 साल के हो गए हैं और उनका जन्म 16 जनवरी, 1978 को हुआ था। फिल्मों और अपनी बेहतरीन एक्टिंग के लिए चर्चा में रहने वाले एक्टर अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी काफी सुर्खियों में रहे हैं। साल 2003 में उन्होंने जेसी से शादी की थी और उस वक्त वो महज 23 साल के थे। जेसी से उनकी मुलाकात सोशल मीडिया पर हुई थी और प्यार चैटिंग के दौरान हुआ था। सबसे दिलचस्प बात ये है कि जहां आज के समय में लोगों के लिए देखना और लुक्स काफी मायने रखता है वहीं, उस समय विजय ने जेसी को बिना देखे और बिना मिले ही शादी करने का फैसला कर लिया था।

विजय सेतुपति और जेसी के प्यार की शुरुआत दोस्ती से हुई थी। बाद में वो एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे। चैटिंग के जरिए दोनों कुछ समय के बाद ही एक-दूसरे को समझने लगे थे और फिर शादी करने का फैसला कर लिया था। इस शादी से दोनों का एक बेटा सूर्या और एक बेटी श्रीजा भी हैं। वहीं, अगर विजय सेतुपति की वाइफ के बारे में बात की जाए तो उनका फिल्मी दुनिया से कोई ताल्लुक नहीं है। वो शादी से पहले बैंक में नौकरी करती थीं। बाद में वेडिंग के बाद उन्होंने काम छोड़ दिया और परिवार की देखभाल करने का फैसला किया।

इसके अलावा विजय सेतुपति के करियर के बारे में बात की जाए तो वो कभी भी एक्टिंग के बारे में नहीं सोचते थे। उन्होंने एक बार खुद कहा था कि वो फिल्मों में केवल हालातों की वजह से पैसे कमाने के लिए आए थे लेकिन, बाद में वो यहीं के होकर रह गए। विजय का बचपन बेहद गरीबी और संघर्षों में बीता है। उन्होंने संघर्षों को लेकर एक बार बताया था कि पहली बार उन्होंने फिल्मों में काम करने के लिए 16 साल की उम्र में पहली बार ऑडिशन दिया था। उन्होंने ये ऑडिशन फिल्म ‘नम्मावर’ (1994) के लिए दिया था। हालांकि, वो कम हाइट की वजह से इसके लिए रिजेक्ट हो गए थे। उन्होंने बी.डी जैन कॉलेज, थोराईपकम से B.Com. किया है। इसके बाद विजय ने पॉकेट मनी के लिए कभी रीटेल स्टोर पर सेल्समैन, फास्ट फूड जॉइंट पर कैशियर, तो कभी फोन बूथ ऑपरेटर के तौर पर काम किया। यहां तक कि उन्होंने सीमेंट के बिजनेस में भी किस्मत आजमाई, जो कि खास चला नहीं। ज्यादा पैसे की चाहत में वो इंडिया से बाहर चले गए थे। वहां उन्होंने अकाउंटेंट की जॉब की। फिर नाखुश होकर 2003 में इंडिया लौट आए।

फिर, तमाम धक्के खाने के बाद विजय सेतुपति ने फिल्म ‘पुदुपेट्टई’ के लिए औडिशन दिया और इसके लिए वो सेलेक्ट हो गए। इसमें उन्होंने धनुष के दोस्त का रोल किया। हालांकि इसमें उनका सपोर्टिंग रोल था। कई फिल्मों में सपोर्टिंग रोल करने के बाद बतौर लीड 2010 में तमिल-कन्नड़ फिल्म ‘अखाड़ा’ में काम किया। बाद में वो विलेन भूमिका में फेमस हो गए। बहरहाल, अगर उनके वर्कफ्रंट की बात की जाए तो वो आखिरी बार फिल्म ‘महाराजा’ में नजर आए थे और अभिनय से एक बार फिर से दर्शकों का दिल जीत लिया था।

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