कैल्शियम बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्व है जो हड्डियों को मजबूत करता है और मांसपेशियों को स्ट्रांग बनाता है। कैल्शियम की प्राप्ति के लिए हम लोग अक्सर दूध का सेवन करते हैं,लेकिन कुछ लोग दूध पीना पसंद नहीं करते तो कुछ लोगों को दूध से एलर्जी होती है। ऐसे लोग जो कैल्शियम के लिए दूध की जगह दूसरा ऑप्शन तलाश रहे हैं उनके लिए खसखस का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। खसखस एक ऐसा मसाला है जिसका सफेद भूरा रंग और आकार, बहुत छोटा दाने का होता है। इस मसाले में एक गिलास दूध से 10 गुना ज्यादा ताकत होती है। 100 ग्राम दूध में कैल्शियम (Calcium) लगभग 125 मिलीग्राम होता जबकि 100 ग्राम खसखस में लगभग 1400 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
इस मसाले का सेवन अक्सर हम लोग खाना पकाने में करते हैं। खाने में इसका सेवन करने से खाने का स्वाद और खुशबू दोनों में बढ़ोतरी होती है। इस मसाले का सेवन रोटी में और बेकरी प्रोडक्ट में भी किया जाता है।
हेल्थलाइन के मुताबिक खसखस में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटैशियम, जिंक, कॉपर, सेलेनियम, विटामिन ई समेत कई सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो बॉडी को हेल्दी रखते हैं। कई बीमारियों का रामबाण इलाज है खसखस। इसका सेवन करने से सर्दी जुकाम जैसी मौसमी बीमारियों से बचाव होता है। आइए जानते हैं कि खसखस का सेवन करने से कैसे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है और दिल हेल्दी रहता है। ये मसाला पेट की गैस को कैसे कंट्रोल करता है।
खसखस का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। ओमेगा-6 फैटी एसिड से भरपूर खसखस का सेवन करने से LDL कोलेस्ट्ऱॉल कंट्रोल रहता है और दिल की सेहत दुरुस्त रहती है। खसखस में घुलनशील फाइबर होता है जो आंतों में कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित होने से रोकता है। ये कोलेस्ट्रॉल को नेचुरल तरीके से कंट्रोल करता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर खसखस में पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण भी मौजूद होते हैं जो बॉडी में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल ऑक्सीकरण का कारण होता है। ऑक्सीडाइज्ड कोलेस्ट्रॉल धमनियों में प्लाक बना सकता है जिससे दिल के रोगों का खतरा बढ़ता है। इन दानों में मैग्नीशियम और कैल्शियम भरपूर होता है जो ब्लड प्रेशर और दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
फाइबर से भरपूर खसखस की तासीर ठंडी होती है जो पाचन को दुरुस्त करती है। गर्मी में इस मसाले का सेवन करने से बॉडी ठंडी रहती है। ये ब्लोटिंग को कंट्रोल करती है। आयुर्वेद के मुताबिक खसखस पाचन शक्ति को बढ़ाने और पेट की गैस जैसी समस्याओं को दूर करने में बेहद असरदार है। इन दानों में मौजूद फाइबर मल को सॉफ्ट करता है और कब्ज का इलाज करता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर खसखस का सेवन करने से पेट की गैस कंट्रोल रहती है। गर्मी में खसखस का सेवन करने के लिए उसे पानी में रात में भिगो दें और सुबह उसका सेवन करें आपका पाचन दुरुस्त रहेगा।
कैविटी से सड़ सकते हैं दांत, ये 4 तरीके हैं Cavities का रामबाण इलाज, तुरंत अपनाएं बच जाएंगे Teeth और सुधर जाएगी ओरल हेल्थ। दांतों की देखभाल से जुड़ी पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।