क्या कब्ज से परेशान हैं, गुदा में दर्द या जलन महसूस कर रहे हैं, मल के साथ खून आ रहा है, गुदा के आसपास सूजन है और मल त्यागने में कठिनाई हो रही है और एनस में खुजली हो रही है? ये सभी लक्षण कुछ और नहीं बल्कि बवासीर के हैं। बवासीर दो तरह की होती है खूनी बवासीर और बादी बवासीर। खूनी बवासीर के लक्षण साफ दिखते हैं लेकिन आंतरिक या बादी बवासीर में लक्षण कम दिखते हैं। बवासीर एक ऐसी बीमारी है जो कभी भी किसी भी उम्र के लोगों को परेशान कर सकती है।

इस बीमारी के लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। पाइल्स एक बेहद परेशान करने वाली स्थिति है। पाइल्स गुदा क्षेत्र में और उसके आसपास ऊतकों का सूजन युक्त संग्रह होता है, जिसकी वजह से मल डिस्चार्ज करना काफी मुश्किल होता है।

आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया अगर आप गलत खान पान का सेवन करेंगे तो पाइल्स के लक्षण बढ़ने लगेंगे। डाइट में बात करें सब्जियों की तो सब्जियों का सेवन सेहत के लिए उपयोगी है। लेकिन कुछ सब्जियां ऐसी हैं जो पाइल्स के मरीजों की परेशानी को बढ़ा सकती है। पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल करना चाहते हैं और तकलीफ से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप कुछ सब्जियों का सेवन करने से परहेज करें। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी सब्जियां पाइल्स के लक्षणों को बढ़ाती हैं और दर्द का कारण बनती हैं।

पाइल्स को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप बैंगन का सेवन करने से परहेज करें। पाइल्स के मरीजों के लिए बैंगन बहुत खराब सब्जी है। आयुर्वेद के मुताबिक ये सब्जी पित्त और वात दोष को बढ़ाती है। बैगन तैलीय और भारी होता है, जिसे अगर पाचन तंत्र सही से नहीं हज़म कर पाता तो यह कब्ज़ का कारण बन सकती है। कब्ज़ पाइल्स के लक्षणों को और बढ़ा सकता है, क्योंकि कब्ज़ के कारण अधिक दबाव पड़ता है और मलत्याग के दौरान दर्द और सूजन होती है।

बैंगन को मसालेदार या तला हुआ खाया जाए तो इससे पेट की गर्मी और आंतों में जलन हो सकती है जो पाइल्स के दर्द और सूजन को बढ़ा सकती है। बैंगन में solanine नाम का एक कंपाउंड होता है जो पेट में गैस और कब्ज को बढ़ाता है। इसका सेवन करने से आंत में इर्रिटेशन होती है। बैंगन की जगह आप किसी और सब्जी को खाना चाहते हैं तो तोरई,लौकी और कद्दू का सेवन कर सकते हैं।

फूलगोभी और पत्ता गोभी सेहत के लिए उपयोगी है लेकिन पाइल्स में ये सब्जी जहर है। ये सब्जी वात को बढ़ती है जिससे गैस और ब्लोटिंग होती है। इसे खाने से पाइल्स में सूजन और दर्द बढ़ जाता है। गोभी में रेफिनोज नाम का एक कार्बोहाइड्रेट होता है जो डाइजेशन को स्लो करता है और गैस का कारण बनता है। गोभी की जगह आप पालक और मेथी का सेवन कर सकते हैं। इसका सेवन करने से गूदा में सूजन और दर्द बढ़ता है।

अगर पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल करना चाहते हैं तो लहसुन और प्याज का सेवन करने से परहेज करें। रोजाना इन दोनों सब्जियों का सेवन करने से पाइल्स का दर्द और बर्निंग सेंसेशन बढ़ने लगता है जिसके लिए इन दोनों सब्जियों की गर्म तासीर जिम्मेदार है। अगर आप इन दोनों सब्जियों को खाना चाहते हैं तो बेहद कम खाएं।

अगर आपको पाइल्स की परेशानी है तो आप शिमला मिर्च और हरी मिर्च का सेवन करने से परहेज करें। ये दोनों मिर्च का सेवन करने से पित्त दोष बढ़ता है जिससे पाइल्स में दर्द और जलन बढ़ती है। इसका सेवन करने से पाचन तंत्र खराब होता है और स्टूल हार्ड होता है।

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