बवासीर एक ऐसी बीमारी है, जो न सिर्फ शारीरिक तकलीफ देती है, बल्कि मानसिक तनाव का कारण भी बनती है। इसके कारण मल त्याग के समय दर्द, जलन और कभी-कभी खून आना जैसी समस्याएं होती हैं। बवासीर को शुरुआत में नजरअंदाज किया जाए, तो यह समस्या अधिक गंभीर हो सकती है।  आयुर्वेद में कई प्राकृतिक विकल्प मौजूद हैं, जो बिना साइड इफेक्ट के राहत दे सकते हैं। योग गुरु और आयुर्वेद एक्सपर्ट बाबा रामदेव ने बवासीर से राहत पाने के लिए एक सरल और प्रभावी उपाय बताया है।

बाबा रामदेव के अनुसार, बवासीर के निजात पाने के लिए नागदोन की 3 हरी पत्तियों का सेवन भी बहुत ही असरदार होता है। अगर, नियमित रूप से सुबह खाली पेट नागदोन की 3 हरी पत्तियां चबाकर खाएं, तो केवल 7 दिनों में ही बवासीर से राहत मिल सकती है। इन हरी पत्तियों में मौजूद फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी और आयरन जैसे तत्व आंतों को साफ रखने, पाचन को सुधारने और मस्सों की सूजन कम करने में कारगर साबित होते हैं।

नागदोन का पौधा पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है और औषधीय गुणों से भरपूर होता है। प्रतिदिन सुबह खाली पेट नास्टर्टियम की तीन ताजी, धुली और चबाई हुई पत्तियां खाने से बवासीर जैसी समस्याओं पर काफी लाभ मिलता है। इन पत्तियों का स्वाद हल्का मीठा और खट्टा होता है और इन्हें आसानी से खाया जा सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, यह पौधा शरीर में सूजन को कम करने, ब्लड सर्कुलेशन में सुधार और गुदा में सूजन को कम करने का काम करता है। नागदोन का सेवन न सिर्फ बवासीर के लिए फायदेमंद है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। यह पौधा खासतौर पर अपने सूजन कम करने वाले, दर्द निवारक और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है।

बवासीर अधिक गंभीर हो तो नागदोन के पत्तों के साथ त्रिफला चूर्ण का प्रयोग करना चाहिए। रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गर्म पानी के साथ लेने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और कब्ज से बचाव होता है। इसके साथ ही बाबा रामदेव ने एक खास एक्यूप्रेशर पद्धति भी सुझाई है। दोनों हाथों की कलाइयों के ऊपरी भाग पर हल्का दबाव डालें। इससे शरीर को एनर्जी मिलती है और खून का फ्लो बेहतर होता है।

बाबा रामदेव के अनुसार, बवासीर से राहत पाने के लिए खानपान का खास ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक है। इस स्थिति में फाइबर युक्त आहार बहुत महत्वपूर्ण है। पत्तेदार सब्जियां, फल, खीरे, टमाटर और गाजर खाएं। इससे पाचन क्रिया सुचारू रहती है और मल त्याग आसान रहता है। हरी सब्जियां, विशेषकर शिमला मिर्च, पालक और केला शरीर को ठंडक पहुंचाती हैं और सूजन को कम करती हैं। प्रत्येक भोजन में आपकी प्लेट में कम से कम एक कटोरी सब्जी शामिल होनी चाहिए।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।