हेल्दी और फिट शरीर के लिए खानपान से लेकर लाइफस्टाइल तक का बहुत ध्यान रखना चाहिए। सही खानपान न सिर्फ सेहत को अच्छा बनता है, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव करता है। नेचर फूड में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, फ्लेवोनॉयड युक्त फूड्स जैसे चाय, जामुन, सेब और डार्क चॉकलेट सेवन पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है और संभावित रूप से जीवनकाल बढ़ा सकता है।

इस अध्ययन में 40 से 70 वर्ष की आयु के 120,000 से अधिक लोगों पर एक दशक से अधिक समय तक अध्ययन किया गया और इसका निष्कर्ष क्रांतिकारी है। केवल स्वस्थ भोजन की मात्रा ही मायने नहीं रखती, बल्कि उस हेल्दी भोजन की लिस्ट जैसे कब क्या खाया जाए भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसका सेहत पर बड़ा असर पड़ता है। फ्लेवोनोइड्स कई पौधे-आधारित फूड्स में पाए जाने वाले शक्तिशाली यौगिक हैं। वे ब्लूबेरी के नीले रंग, डार्क चॉकलेट में स्वाद और ग्रीन टी में सूक्ष्म तीखेपन का कारण हैं। इन प्राकृतिक रसायनों की लंबे समय से उनके एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुणों के लिए प्रशंसा की जाती रही है, लेकिन यह नया शोध कई खुलासे करता है।

विएन विश्वविद्यालय, क्वींस विश्वविद्यालय बेलफास्ट, एडिथ कोवान विश्वविद्यालय पर्थ (ईसीयू) और वियना चिकित्सा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक समूह ने इस जांच की देखरेख की। रिसर्च के अनुसार, कई प्रकार के फ्लेवोनोइड्स से भरपूर आहार खाने से टाइप 2 शुगर, कैंसर, हार्ट रोग (सीवीडी) और तंत्रिका संबंधी विकारों जैसी बीमारियों से बचने में मदद मिल सकती है।

ECU के रिसर्च फेलो, प्रथम लेखक और अध्ययन के सह-नेता डॉ. बेंजामिन पार्मेंटर ने रिसर्च की है। डॉ. परमेंटर के मुताबिक, प्रतिदिन लगभग 500 मिलीग्राम फ्लेवोनॉयड का सेवन सभी कारणों से होने वाली मृत्यु दर के 16% कम जोखिम के साथ-साथ सी.वी.डी., टाइप 2 मधुमेह और श्वसन रोग के 10% कम जोखिम से जुड़ा हुआ है। यह फ्लेवोनॉयड की लगभग उतनी ही मात्रा है जितनी आप दो कप चाय में ले सकते हैं।

रिसर्च के मुताबिक, केवल चाय पीने वाले व्यक्ति को चाय, बेरी, सेब और डार्क चॉकलेट से बने फ्लेवोनोइड्स का सेवन करने वाले व्यक्ति की तुलना में कम लाभ मिलता है। यह पता चला है कि अलग-अलग फ्लेवोनोइड्स शरीर में अलग-अलग तरीके से व्यवहार करते हैं। कुछ सूजन को कम करने में असरदार होते है, कुछ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं और अन्य कोलेस्ट्रॉल के लेवल को सुधारने में काम करते हैं।

इसके अलावा हड्डियों की मजबूती के लिए खीरे के बीज का सेवन भी किया जा सकता है। खीरे के बीज ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी हड्डियों की बीमारियों को रोकने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।