कई लोग मीठा खाने के बहुत ही शौकीन होते हैं और मिठाइयों को देखते ही खुद पर कंट्रोल नहीं कर पाते। लेकिन, चीनी का अधिक सेवन सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। मीठे का सेवन करने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। जिसमें वजन बढ़ना बहुत ही आम समस्या है। वजन बढ़ने के चलते ही मीठा खाने की लत और बढ़ती है। जिसका असर सीधा सेहत पर पड़ता है। मोरिंगो एशिया अस्पताल, गुरुग्राम, हेड एंड चीफ, न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन परमीत कौर के अनुसार, जिन लोगों को शुगर क्रेविंग ज्यादा होती है। उन्हें अपनी डाइट में कुछ ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए, जिससे शुगर की क्रेविंग कम होती है और सेहत फायदे मिलते हैं।

डाइटिशियन परमीत कौर के अनुसार, मीठा खाने की क्रेविंग अक्सर वजन बढ़ाने का कारण बनती है, लेकिन अगर आप इसे हेल्दी तरीके से शांत करना चाहते हैं, तो चीकू एक बेहतरीन विकल्प है। यह प्राकृतिक रूप से मीठा फल न केवल मीठे की क्रेविंग को खत्म करेगा, बल्कि शरीर को कई स्वास्थ्य फायदे भी देगा। हालांकि, डायबिटिक पेशेंट को सीमित मात्रा में खाना चाहिए क्योंकि इसमें नेचुरल शुगर होती है।

चीकू में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी बूस्ट करने में बहुत ही असरदार होते हैं। इसके सेवन से वायरल संक्रमण से बचाने में मदद मिलती है।

चीकू में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है। नियमित रूप से चीकू का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत बनता है और पेट की समस्याओं से राहत मिलती है।

चीकू में भरपूर मात्रा में आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस से होता है। ये हड्डियों को मजबूत करते हैं। इसके अलावा चूकी में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हड्डियों के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं।

चीकू में मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में असरदार होते हैं। चीकू का सेवन करने से दिल और कोलेस्ट्रॉल की परेशानियों को भी कम किया जा सकता है।

सुंदर और चमकदार त्वचा के लिए चीकू बहुत ही फायदेमंद होता है। चीकू में मौजूद विटामिन C कोलेजन के उत्पादन में मदद करता है। चीकू को खाने से झुर्रियां कम होती हैं, इसमें एस्कॉर्बिक एसिड, फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो त्वचा के लिए लाभकारी होते हैं।

वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।