बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए सबसे पहले डाइट में सुधार किया जाता है। डाइट में प्रोटीन इनटेक बढ़ाकर, पानी का अधिक सेवन कर के और बॉडी एक्टिविटी को दुरुस्त करके बढ़ते मोटापा पर लगाम लगाई जा सकती है। वजन घटाने में प्रोटीन डाइट बेहद असरदार साबित होती है, लेकिन इसकी सही मात्रा और संतुलन होना जरूरी है। प्रोटीन डाइट का सेवन करने से पेट लम्बे समय तक भरा रहता है और भूख कंट्रोल रहती है। इसे खाने के बाद आप बार-बार खाते नहीं है इस तरह कैलोरी का सेवन कंट्रोल रहता है। प्रोटीन डाइट मांसपेशियों को मजबूत बनाती हैं। वेट लॉस जर्नी के दौरान मसल्स टूट सकते हैं ऐसे में प्रोटीन का सेवन उन्हें स्ट्रांग रखता है।
प्रोटीन को पचाने में शरीर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे थोड़ी ज्यादा कैलोरी बर्न होती है। इस डाइट का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और फैट बर्न करना आसान होता है।
सेहत के लिए उपयोगी है ये डाइट लेकिन आप जानते हैं कि किसी भी चीज का ज्यादा सेवन शरीर को फायदा नहीं पहुंचाता बल्कि इससे सेहत को नुकसान भी पहुंच सकते हैं। सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स, डॉ. ईलिन कंदे ने बताया कि लंबे समय तक बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन लेना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि इससे उन अंगों पर दबाव पड़ता है जो शरीर के अपशिष्ट (waste) को बाहर निकालने का काम करते हैं। प्रोटीन डाइट सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा बॉडी पर कई तरह से असर करती है। आइए जानते हैं कि प्रोटीन डाइट के सेहत पर कौन-कौन से साइड इफेक्ट होते हैं।
एक्सपर्ट ने बताया बहुत ज्यादा प्रोटीन डाइट का सेवन करने से दिल के रोग, ब्लड वैसल्स डिसऑर्डर,लिवर और किडनी डिजीज और टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में हेल्थ प्रोब्लम बढ़ सकती हैं। एक्सपर्ट ने बताया प्रोटीन डाइट का ज्यादा सेवन और खनिज का कम सेवन करने से कैंसर जैसे रोग का खतरा भी बढ़ने लगता है। ये डाइट हड्डियों को कमजोर कर सकती है जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोपीनिया हो सकता है। हेल्दी बॉडी के लिए डाइट में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाना जरूरी नहीं है। कुछ स्थितियों में जैसे एथलीट्स, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं, कैंसर ट्रीटमेंट ले रहे मरीज और डायलिसिस पर चल रहे लोग न्यूट्रिशनिस्ट या डायटीशियन की सलाह से प्रोटीन इनटेक को बढ़ा सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि प्रोटीन डाइट कैसे किडनी से लेकर पाचन तक को बिगाड़ती है।
2020 में जारी आईसीएमआर (ICMR’s) के दिशा-निर्देशों के अनुसार एक हेल्दी इंसान को अपने शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम के मुताबिक लगभग 0.8 से 1 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इससे ज़्यादा प्रोटीन का सेवन ज्यादा माना जाएगा। प्रोटीन डाइट का सेवन ज्यादा करने से पाचन से जुड़ी परेशानियां बढ़ने लगती है। एक्सपर्ट ने बताया अगर आप प्रोटीन डाइट का सेवन ज्यादा करते हैं तो अक्सर डाइट में फाइबर की मात्रा कम हो जाती है जिससे कब्ज, पेट फूलना और गैस जैसी असहज स्थिति महसूस होने लगती है। ये परेशानियां पाचन को तहस नहस कर देती हैं। अगर आपके खाने में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट का सही संतुलन नहीं है तो इससे आंतों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
अगर आप लंबे समय तक बहुत ज़्यादा प्रोटीन का सेवन करते हैं तो इससे आपकी किडनी पर ज़ोर पड़ सकता है, खासकर उन लोगों में जिन्हें पहले से किडनी से जुड़ी कोई समस्या है। प्रोटीन डाइट ज्यादा लेने से हाथ-पैर या चेहरे पर सूजन आने जैसे शुरुआती लक्षण दिखने लगते हैं। अगर आप चाहते हैं कि किडनी की हेल्थ दुरुस्त रहे तो आप प्रोटीन का सेवन सीमित करें।
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