खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल का असर हमारे पाचन पर साफ दिखता है। खाने में ऑयली, मसालेदार जंक फूड्स का सेवन करने से पाचन पर दबाव पड़ता है और पाचन कमजोर होने लगता है। कमजोर पाचन खाने को ठीक से पचा नहीं पाता और खाना पचने के बजाए पेट में सड़ने लगता है जिससे पेट में गैस, एसिडिटी और अपच की परेशानी होती है। जिन लोगों का पाचन खराब होता है उनको सबसे ज्यादा पेट की गैस परेशान करती है, ऐसे लोगों को खाते ही मुंह से रुक-रुक कर डकारें आने लगती है और खाना मुंह में वापस आता हुआ महसूस होता है। अगर आप भी पाचन से जुड़ी इस परेशानी से जूझ रहे हैं तो आप खाने के बाद सौंफ चबाएं। सौंफ का सेवन करने से न सिर्फ ओरल हेल्थ दुरुस्त रहती है बल्कि पाचन भी दुरुस्त रहता है।  

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव ने बताया अगर आप सौंफ के साथ जीरे का सेवन करें तो पाचन से जुड़ी समस्याओं का जड़ से इलाज हो जाएगा। सौंफ और जीरा न सिर्फ पाचन को दुरुस्त करते हैं बल्कि मोटापा पर भी लगाम लगाते हैं। ये दोनों मसाले गैस, एसिडिटी, खट्टी डकार और पेट की जलन को दूर करते हैं और पाचन में सुधार करते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ये दोनों मसाले पाचन से जुड़ी बीमारियों का इलाज करने में कैसे असरदार साबित होते हैं और इनका सेवन कैसे किया जाए।

वेबएमडी के मुताबिक कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि जीरा पाचन का इलाज करने में जादुई असर करता है। जीरा के एक्सट्रैक्ट से इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। इसका सेवन करने से पेट दर्द, ब्लोटिंग और तुरंत शौच जाने की आवश्यकता को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। आयुर्वेद में जीरा औषधीय गुणों से भरपूर मसाला है, जो भोजन में रुचि बढ़ाने वाला और पाचन गुणों से भरपूर होता है। ये मसाला पाचन अग्नि को संतुलित करने और पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में असरदार साबित होता है।

आयुर्वेद के मुताबिक जीरा वात और कफ दोषों को बैलेंस करता है,इसका सेवन करने से ब्लोटिंग और अपच जैसी परेशानी से राहत मिलती है। ये मसाला कब्ज को दूर करता है और गैस का इलाज करता है। जिन लोगों को ब्लोटिंग रहती है वो जीरे का सेवन उसका पानी बनाकर या फिर उसे भूनकर उसका सेवन करें।

खाने के बाद सौंफ का सेवन करने से मुंह की सफाई हो जाती है और बेड ब्रेथ भी कंट्रोल रहती है। बेहतरीन माउथ फ्रेशनर है ये मसाला। अगर रोज खाने के बाद इस मसाले का सेवन किया जाए तो पाचन दुरुस्त रहता है और ब्लोटिंग कंट्रोल रहती है। आयुर्वेद के मुताबिक सौंफ पाचन को दुरुस्त करने में बेहद असरदार साबित होती है। इसका सेवन करने से अपच, पेट की गैस, पेट दर्द और भूख नहीं लगने की परेशानी का इलाज होता है।

ये मसाला जठराग्नि को बढ़ाता है, जिससे भोजन जल्दी और सही तरीके से पचता है। ये मसाला वात और कफ दोषों को बैलेंस करता है जिससे गैस, पेट फूलना और बलगम से राहत मिलती है। ये मसाला शरीर में जमा गंदगी को साफ करता और बॉडी को हल्का महसूस कराता है। सौंफ मल को ढीला करती है और कब्ज से निजात दिलाती है।

एक गिलास पानी में रात में एक चम्मच सौंफ और एक चम्मच जीरा भिगो दें और सुबह उस पानी का सेवन करें।आप सौंफ को पहले हल्की आंच पर भून लीजिए और फिर इसी तरह जीरा को भी बेहद हल्का भून लें। दोनों चीजों को ठंडा करके मिक्स करें और किसी डिब्बा में स्टोर करें। आप इन दोनों मिक्स मसालों को एक चम्मच खाने के बाद खा लें पाचन दुरुस्त रहेगा।

भिंडी के साथ कभी नहीं खाएं ये 3 लिक्विड फूड, ये चमत्कारी सब्जी बन जाएगी ज़हर, डॉक्टर ने बताया कारण।पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।