आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन सदियों से बीमारियों का इलाज करने में किया जाता रहा है। आयुर्वेद के मुताबिक अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जो एक साथ 100 बीमारियों का इलाज कर सकती है। अश्वगंधा (Ashwagandha) आयुर्वेद की एक प्रमुख और बहुपयोगी जड़ी-बूटी है। आयुर्वेद में इसे रसायन की श्रेणी में रखा गया है, जिसका अर्थ होता है ऐसी औषधि जो शरीर को ताकत, एनर्जी, मजबूत इम्यूनिटी और मानसिक स्थिरता देती है। अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जो शरीर को तनाव से लड़ने में मदद करती है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और बीमारियों से बचाव होता है। ये जड़ी बूटी सूजन को कंट्रोल करती है और कोशिकाओं का फ्री रेडिकल्स से बचाव करती है। इन पत्तियों का सेवन करने से ब्रेन हेल्थ दुरुस्त रहती है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया अश्वगंधा की पत्तियां और जड़ दिव्य औषधि है जो बॉडी को कई तरह से फायदा पहुंचाती है। अश्वगंधा की पत्तियों मोटापा कम करने की औषधि है। मोटापा कम करने के लिए अश्वगंधा के एक पत्ते का सेवन सुबह खाली पेट गर्म पानी से, दोपहर में एक पत्ते का सेवन और एक पत्ते का रात में सेवन करें तो आसानी से मोटापा को कंट्रोल कर सकते हैं।

एक्सपर्ट ने बताया इन पत्तों का सेवन अर्थराइटिस के लक्षणों को कंट्रोल करने में और दर्द से राहत दिलाने में असरदार साबित होता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इन पत्तों के फायदे

अश्वगंधा के पत्तों का इस्तेमाल करने से सूजन कंट्रोल होती है। इन पत्तों को पानी में डालकर उबाल लें और उसमें साथ ही सेंधा नमक भी डालें। पानी को गुनगुना करके सूजन की जगह पर सिकाई करें आपको दर्द और सूजन से राहत मिलेगी। अश्वगंधा के पत्तों का इस्तेमाल आप सीधे भी कर सकते हैं। इन पत्तों पर दर्द का तेल लगाकर सूजन और दर्द वाली जगह पर बांधें आपको फायदा होगा।

दिल की सेहत को दुरुस्त करने में अश्वगंधा के पत्ते बेहद असरदार साबित होते है। अर्जुन की छाल और अश्वगंधा को बराबर मात्रा में मिलाकर पाउडर बना लें और उनका सुबह-शाम सेवन करें दिल की सेहत दुरुस्त रहेगी। ये पत्ते दिल को ताकत देते हैं और दिल के रोगों से बचाव करते हैं।

इन पत्तों का सेवन करने से ब्रेन हेल्थ में सुधार होता है। ये पत्ते चिंता और तनाव को कम करते हैं और अनिद्रा का इलाज करते हैं। इन पत्तों को खाने से डिप्रेशन के लक्षणों का इलाज होता है। ये याददाश्त को दुरुस्त करते हैं और एकाग्रता को बढ़ाते हैं।

अश्वगंधा के पत्तों का सेवन करने से वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव होता है। ये पत्ते सर्दी खांसी से भी बचाते हैं। इन्हें खाने से इम्यूनिटी बढ़ती हैं और सर्दी खांसी दूर होती हैं।

अश्वगंधा के पत्तों का सेवन करने से एनर्जी बूस्ट होती है और स्टैमिना इंप्रूव होता है। इन पत्तों को रोज खाने से थकान और कमजोरी का इलाज होता है। मांसपेशियों को मजबूत करने में ये पत्ते जादुई असर करते हैं। अश्वगंधा थकावट और कमजोरी को दूर करता है और स्टेमिना को बूस्ट करता है।

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