भारतीय रसोई की खुशबूदार मसालों में शामिल इलायची सिर्फ स्वाद और महक ही नहीं बढ़ाती, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। आसान भाषा में कहा जाए तो छोटी सी इलायची बड़े-बड़े फायदे देती है। खासतौर पर भीगी हुई इलायची को सुबह खाली पेट खाने से शरीर को चमत्कारी लाभ मिलते हैं। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों मानते हैं कि यह मसाला शरीर की चर्बी घटाने, पाचन सुधारने और इम्यूनिटी बूस्ट करने में बेहद कारगर है। कंसल्टेंट डायटीशियन और प्रमाणित डायबिटीज एजुकेटर कनिका मल्होत्रा ने इलायची के फायदे बताए हैं।

कनिका मल्होत्रा के मुताबिक, इलायची के बीज, तेल और अर्क में प्रभावशाली औषधीय गुण पाए जाते हैं। इलायची को हम कई ऐसे भी चबा सकते हैं। इलायची खाने के कई फायदे होते हैं। इलायची बहुत ही खुशबूदार होती है। इलायची को स्वास्थ्य लाभों के लिए भी जाना जाता है। इलायची में 6 किलोकैलोरी, 0.22 ग्राम प्रोटीन, 1.37 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 0.56 ग्राम फाइबर होता है। इलायची में 6 से 7 ग्राम फैट होता है। इलायची में कार्बोहाइड्रेट और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो हमारी शरीर को कई बीमारियों से बचाने के लिए उपयोगी होते हैं।

भीगी इलायची मेटाबॉलिज्म को तेज करती है और शरीर की चर्बी को तेजी से पिघलाने में मदद करती है। यह फैट बर्निंग प्रोसेस को नेचुरली बूस्ट करती है, जिससे पेट और कमर की चर्बी कम होने लगती है।

इलायची का सेवन करने से डाइजेशन से जुड़ी समस्या दूर होती है। इलायची में पाए जाने वाले प्राकृतिक तेल डाइजेस्टिव एंजाइम्स के स्राव को बढ़ाते हैं, जिससे खाना जल्दी पचता है और कब्ज, गैस, अपच जैसी समस्याएं दूर हो सकती हैं।

भीगी इलायची का सेवन करने लिवर और किडनी की सफाई करने में असरदार है। भीगी हुई इलायची शरीर से विषैले तत्व यानी टॉक्सिन बाहर निकालने का काम करती है। यह लिवर और किडनी की सफाई करती है, जिससे पूरी हेल्थ को फायदा मिलता है।

भीगी इलायची ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद होती है। सुबह खाली पेट इलायची खाने से मुंह की दुर्गंध दूर होती है और मुंह के बैक्टीरिया भी खत्म होते हैं। यह मसूड़ों को भी मजबूत बनाती है।

इलायची में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए बहुत असरदार होते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए ये बेहद उपयोगी हो सकती है।

इसके अलावा हड्डियों की मजबूती के लिए खीरे के बीज का सेवन भी किया जा सकता है। खीरे के बीज ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी हड्डियों की बीमारियों को रोकने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।