डायबिटीज दो तरह की होती है एक टाइप-1 और दूसरी टाइप-2 डायबिटीज। दोनों तरह की डायबिटीज के लक्षण लगभग एक जैसे होते हैं। हालांकि, शुगर को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेद में कई इलाज बताए गए हैं। आयुर्वेद में इसके अलावा रसोई में रखे कई मसालों को भी शुगर कंट्रोल करने में कारगर साबित हो सकते हैं। इसमें मेथी के दाने बहुत ही असरदार माने जाते हैं। मेथी एक ऐसा मसाला और हर्ब है जो औषधीय गुणों से भरपूर है। चेन्नई के डॉ. मोहन डायबिटीज स्पेशलिटीज सेंटर,  अध्यक्ष डॉ. मोहन के मुताबिक,  डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए बॉडी को एक्टिव रखना, तनाव से दूर रहना, दवा का समय पर सेवन करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी कारगर साबित हो सकते हैं।

डॉ. मोहन ने बताया कि शुगर को कंट्रोल करने के लिए मेथी कितनी असरदार हो सकती है। दरअसल, मेथी के बीजों में फाइबर और एल्कलॉइड और ट्राइगोनेलिन जैसे मिश्रण होते हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित करते हैं। कुछ अध्ययनों से भी पता चलता है कि मेथी का सेवन, चाहे पाउडर के रूप में हो या पूरक के रूप में शुगर को कम करने और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद कर सकता है। मेथी में मौजूद फाइबर कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा कर देता है, जो भोजन के बाद शुगर में अचानक वृद्धि को रोक सकता है।

मेथी दाना पोषक तत्वों का खजाना है, जिसमें भरपूर फाइबर मौजूद होता है। इसमें कई फाइटोकेमिकल्स जैसे एल्कलॉइड, कार्बोहाइड्रेट, अमीनो एसिड, खनिज और स्टेरायडल सैपोनिन भी मौजूद होता है, जो अच्छी हेल्थ के लिए जरूरी है। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, जस्ता, पोटैशियम, कॉपर, आयरन और मैंगनीज जैसे खनिज भी होते हैं।

रात भर पानी में मेथी के बीज भिगोने पर कुछ लाभकारी मिश्रण पानी में मिल जाते हैं। पानी पीने से पाचन में मदद मिल सकती है और कुछ फाइबर मिल सकता है, लेकिन यह ब्लड शुगर को कम करने में उतना शक्तिशाली या प्रभावी होने की संभावना नहीं है। हालांकि, मेथी के बीज का पानी निर्धारित दवा या अन्य शुगर कंट्रोल नीतियों की जगह नहीं ले सकता है, लेकिन यह आपकी दिनचर्या के लिए एक हल्का पूरक हो सकता है। कुछ लोग पानी पीने के बाद अधिक ऊर्जावान महसूस करने या फिर कुछ लोगों के पाचन में सुधार करते हैं।

मेथी के बीज का पानी हल्के-फुल्के फायदे दे सकता है, लेकिन यह शुगर कंट्रोल के लिए संतुलित आहार, नियमित शारीरिक गतिविधि, शुगर लेवल की निगरानी, ​​और आवश्यक होने पर दवा लेने की जगह को नहीं ले सकता है।Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।