गर्मी में ठंडी-ठंडी दही गर्म-गर्म खाने के साथ खाने का अपना ही मजा है। दही हमारी थाली का अहम हिस्सा है जिसे हम परांठे के साथ खासतौर पर खाना पसंद करते हैं। दही एक एनिमल बेस्ड फूड है जो विटामिन बी 12 का बेहतरीन स्रोत है। इसका सेवन करने से बॉडी को भरपूर पोषण मिलता है। गर्मी में रोजाना एक कटोरी दही खाने से बॉडी हाइड्रेट रहती है, पाचन दुरुस्त रहता है और स्किन की रंगत में निखार आता है। दही पोषक तत्वों का भंडार है जो स्किन से लेकर बालों तक को हेल्दी बनाती है। दही का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और बीमारियों से बचाव होता है। दही का सेवन करने से मोटापा भी कंट्रोल रहता है।
सेहत के लिए उपयोगी दही का सेवन अगर कुछ बीमारियों में किया जाए तो ये दही सेहत के लिए अज़ाब बन जाती है। डॉक्टर शालिनी सिंह सळूनके ने एक वीडियो में बताया है कि अगर आप दही का सेवन इन 5 कंडीशन में करेंगे तो आपकी सेहत बेहतर होने के बजाय बदतर हो जाएगी। अक्सर हम लोग दही के फायदो को ध्यान में रखकर अपनी बॉडी की कंडीशन को जाने बिना उसका सेवन कर लेते हैं। दही का सेवन कुछ बीमारियों में ज़हर की तरह असर करता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि दही का सेवन किन कंडीशन में बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
अगर आपको एसिडिटी और गैस्ट्रिक रिफ्लक्स डिजीज है तो आप दही का सेवन बिल्कुल नहीं करें। इस परेशानी में रात में तो बिल्कुल भी दही का सेवन नहीं करना चाहिए। दही का खट्टा स्वाद एसिडिटी को बढ़ाता है। दही का स्वाद खट्टा होता है, जिससे पेट में पहले से मौजूद एसिड की मात्रा बढ़ सकती है। अगर आप चाहते हैं कि एसिडिटी का इलाज हो तो आप दही का सेवन करने पर कंट्रोल करें।
जिन लोगों को साइनोसाइटिस है या फिर दही से एलर्जी है तो उन लोगों को दही का सेवन करने से बचना चाहिए। दही में मौजूद प्रोटीन एलर्जिक रिएक्शन कर सकता है जिससे स्किन पर रैशेज और खुजली हो सकती है। साइनस के मरीजों को दही खाने से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। ऐसे लोगों को दही का सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए।
जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है उन्हें दही का सेवन नहीं करना चाहिए। कमजोर इम्यूनिटी वाले जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं, उन्हें मौसमी बीमारियां परेशान करती है। सर्दी जुकाम में दही का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
अगर आपको इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम है तो आप दही का सेवन भूलकर भी नहीं करें। इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS), गैस्ट्राइटिस, गैस्ट्रिक अल्सर और क्लोन की सूजन पाचन से जुड़ी परेशानियां हैं इसमें दही का सेवन करने से मर्ज बढ़ जाता है। दही में मौजूद अम्लीय पदार्थ और जीवाणु इन बीमारियों के दौरान पेट में जलन और सूजन को बढ़ा सकते हैं।
दही में मौजूद कैसीन नाम के प्रोटीन से एलर्जी है तो आप दही का सेवन भूलकर भी नहीं करें। इस प्रोटीन की वजह से कुछ लोगों को दही खाते ही स्किन में खुजली होने लगती है और बाल झड़ने लगते हैं। जिन लोगों को लैक्टोज इंटॉलरेंस है उन्हें दही का सेवन करने से बचना चाहिए।
दही के साथ इन 5 चीजों का सेवन भूलकर भी नहीं करें, आचार्य बालकृष्ण ने बताया इन फूड कॉम्बिनेशन से बनेगा ज़हर, ये है फूड लिस्ट। पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।