अनहेल्दी लाइफस्टाइल, तनाव और खराब खानपान के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। जिसका सीधा असर दिल पर पड़ता है और दिल हमारी बॉडी के अहम अंगों में से एक है। अगर, यह धड़कना बंद कर दें तो हमारी जिंदगी की सांसे भी थम जाएंगी। दुनिया भर में होने वाली मौतों में लगभग एक तिहाई लोगों की मौत दिल के रोगों के कारण होती है। ऐसे में दिल को हेल्दी रखने के लिए में डाइट का खास ध्यान रखना पड़ता है।

दरअसल, भागदौड़ भरी जिंदगी, फास्ट फूड का अधिक सेवन और अनहेल्दी खानपान के चलते तनाव अधिक बढ़ता जा रहा है। ये सभी फैक्टर दिल की सेहत के सबसे बड़े दुश्मन बन चुके हैं। भारत में हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों के केस बहुत अधिक बढ़ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी डाइट में ऐसे फूड शामिल करें, जो दिल को मजबूत बनाएं और हार्ट से जुड़ी बीमारियों से बचाएं। फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट, दिल्ली के चेयरमैन, डॉ. अशोक सेठ ने ऐसे 4 सुपरफूड हैं, जो न केवल हार्ट को हेल्दी रखते हैं, बल्कि शरीर में पोटैशियम की कमी को भी पूरा करते हैं।

केला पोटैशियम का सबसे आसान और अच्छा स्रोत है। केले में प्रति 100 ग्राम में लगभग 358 मिलीग्राम पोटैशियम होता है। केले खाने में आसान होते हैं, पेट के लिए हल्के होते हैं और स्वाभाविक रूप से ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए असरदार होते हैं। केले फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। इससे दिल पर पड़ने वाला दबाव कम होता है। ये दिल की धड़कन को रेगुलर बनाए रखता है। सुबह नाश्ते में या एक्सरसाइज के बाद 1 केला जरूर शामिल करें।

यह हरी पत्तेदार सब्जी पोटैशियम से भरपूर होती है, खासतौर पर जब इसे पकाया जाता है। पालक में प्रति 100 ग्राम में लगभग 558 मिलीग्राम पोटैशियम होता है। पालक में मैग्नीशियम और फोलेट भी होता है, जो आपकी रक्त वाहिकाओं और हार्ट क्रिया के लिए बहुत अच्छे हैं। ये दिल की धमनियों को रिलैक्स करता है और ब्लड फ्लो बेहतर बनाता है। इसमें मौजूद नाइट्रेट्स ब्लड प्रेशर को नेचुरली कम करते हैं। पालक के सेवन से हार्ट की हेल्थ को बेहतर बनाते हैं।

मीठे आलू सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होते, बल्कि 100 ग्राम में 337 मिलीग्राम पोटैशियम भी होता है। इनमें फाइबर और विटामिन ए भी भरपूर मात्रा में होता है, जो सूजन और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। ये सोडियम के नेगेटिव प्रभाव को बैलेंस करता है, जिससे BP कंट्रोल रहता है। इसमें बीटा-कैरोटीन होता है, जो दिल के साथ-साथ स्किन के लिए भी फायदेमंद है।

बीन्स प्रोटीन और पोटैशियम का कॉम्बो होती हैं। राजमा, छोले या लोबिया ये सभी बीन्स पोटैशियम और फाइबर का रिच सोर्स हैं। इनसे कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही दिल की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।

वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।