Monsoon Health Tips: मानसून के मौसम से हेल्थ से जुड़ी कई समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। मानसून के मौसम में वातावरण में नमी हमारे शरीर को कई संक्रमणों और बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाती है। बारिश का मौसम एक ओर ठंडक और ताजगी लेकर आता है। वहीं, नमी, गंदगी और बदलता तापमान शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर कर देता है, जिससे सर्दी-जुकाम, वायरल फीवर, पेट इंफेक्शन, फूड पॉइजनिंग और त्वचा संबंधी रोगों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में मौसम के अनुसार खानपान का ध्यान रखना भी बहुत ही आवश्यक है।
शारदा केयर, हेल्थ सिटी, नोएडा के कंसल्टेंट, जनरल मेडिसिन और फिजिशियन डॉ. भूमेश त्यागी के मुताबिक, बदलते मौसम के साथ खानपान से लेकर लाइफस्टाइल का भी ध्यान रखना पड़ता है। इस दौरान इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ जाता है। चलिए आपको बताते हैं बारिश के मौसम में डाइट कैसी होनी चाहिए।
मौसमी फल विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। इन्हें अपने मानसून डाइट में शामिल करना चाहिए। मानसून के दौरान सेब, नाशपाती, अनार, लीची और केले जैसे फलों का सेवन करें। इनमें पानी की मात्रा कम होती है और इसलिए ये पानी से होने वाली बीमारियों के जोखिम को कम करते हैं।
मसालेदार भोजन पाचन संबंधी समस्याओं को और भी बदतर बना सकता है, जो मानसून के मौसम में सबसे आम स्थिति है। ह्यूमिडिटी शरीर की पाचन क्षमता को प्रभावित करती है और मसालेदार भोजन खाने से एसिडिटी, अपच और बेचैनी हो सकती है। अपने पेट को शांत रखने के लिए हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन खाना बेहतर है।
बरसात के मौसम में तले हुए फूड्स अधिक पसंद किए जाते हैं, लेकिन ये पाचन को भी प्रभावित कर सकते हैं। तले हुए फूड्स में फैट की हाई मात्रा पाचन को धीमा कर देती है और यह ब्लोटिंग और बेचैनी का कारण बन सकती है। मानसून में स्वस्थ आहार बनाए रखने के लिए इन फूड्स से बचना चाहिए।
अत्यधिक नमक से पानी की कमी और ब्लोटिंग हो सकती है, जो कि नमी वाले मौसम में विशेष रूप से असुविधाजनक होती है और हाई ब्लड प्रेशर जैसी स्थितियों को बढ़ा सकती है। मानसून डाइट के हिस्से के रूप में नमक का सेवन कम करने से द्रव संतुलन बनाए रखने और इस अवधि के दौरान अनावश्यक स्वास्थ्य जटिलताओं से बचने में मदद मिलती है।
महिलाओं के लिए मखाना और गुड़ दोनों ही लाभकारी माने जाते हैं। मखाना शरीर को ठंडक देता है, जबकि गुड़ ब्लड फ्लो को कंट्रोल करता है। इसके सेवन से हार्मोनल बैलेंस सही रहता है।
गुड़ में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को डिटॉक्स करते हैं और खून साफ करने में मदद करते हैं। इन दोनों के सेवन से बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है।
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