अक्सर लोग बार-बार हाथ-पैर की नसों में झनझनाहट, सुन्नपन या दर्द की समस्या का सामना करते हैं। दरअसल, मस्तिष्क तक दर्द का संकेत पहुंचाने में नसों की अहम भूमिका होती है। आमतौर पर नसों में दर्द की समस्या को लोग नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह सिर्फ थकान या उम्र का असर नहीं, बल्कि आपके शरीर में कुछ जरूरी विटामिन्स की कमी का संकेत हो सकता है और हेल्दी-फिट शरीर के लिए विटामिन बहुत ही जरूरी है। शरीर में विटामिन की कमी होने पर कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नसों से जुड़ी कई समस्याएं खासतौर पर विटामिन B12 और विटामिन D की कमी से होती हैं।

क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन गरिमा गोयल ने बताया कि नसों में दर्द की समस्या आमतौर पर नसों में ब्लॉकेज की वजह से होती है, जो कि नसों में ब्लड सर्कुलेशन खराब या ब्लड फ्लो ठीक से न होने के कारण होती है। उन्होंने बताया कि शरीर के अन्य अंगों की तरह नसों को भी हेल्दी रखना बहुत ही आवश्यक है। नसों को हेल्दी रखने के लिए भी शरीर को पर्याप्त पोषण की आवश्यकता होती है।

नेशनल हार्ट,लंग्स एंड ब्लड इंस्टीट्यूट के मुताबिक विटामिन बी12 बॉडी के लिए जरूरी ऐसा विटामिन है जिसकी कमी होने से हाथों और पैरों की नसों में दर्द की शिकायत रहती है। शरीर को हेल्दी रेड सेल्स, सफेद ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स बनाने के लिए विटामिन बी 12 की आवश्यकता होती है। इस विटामिन को शरीर खुद नहीं बना पाता, ऐसे में विटामिन बी12 की पूर्ति करने के लिए डाइट बहुत अहम भूमिका निभाती है।

विटामिन B12 नर्व सिस्टम के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी से तंत्रिका तंतुओं में सूजन, झनझनाहट, सुन्नपन और जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक कमी रहने पर हाथ-पैर की ताकत कम हो सकती है या चलने-फिरने में दिक्कत आने लगती है।

विटामिन बी12 को खानपान के जरिए ही पूरा किया जा सकता है। दूध, दही, पनीर, अंडे, मछली अगर नॉनवेज खाते हों तो, सोया उत्पाद और फोर्टिफाइड सीरियल्स। इसके अलावा बहुत कम है तो डॉक्टर की सलाह से B12 इंजेक्शन या टैबलेट ली जा सकती है।

विटामिन D सिर्फ हड्डियों के लिए ही नहीं, नसों और मांसपेशियों के सुचारू संचालन के लिए भी जरूरी है। इसकी कमी से मांसपेशियों में खिंचाव, कमजोरी और नसों में दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं। विटामिन डी की पूर्ति करने के लिए रोज सुबह 15–20 मिनट धूप लेना बेस्ट तरीका है। इसके अलावा अंडे की जर्दी, मशरूम, फोर्टिफाइड दूध और दही के सेवन से भी विटामिन D अच्छी मात्रा में मिलता है।

इसके अलावा हड्डियों की मजबूती के लिए खीरे के बीज का सेवन भी किया जा सकता है। खीरे के बीज ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी हड्डियों की बीमारियों को रोकने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।