जब अचानक भूख लग जाए और कुछ हल्का-फुल्का खाने का मन हो, तो अक्सर पॉपकॉर्न या चिप्स दो ही ऑप्शन दिमाग में आते हैं। दोनों ही स्नैक्स को अधिकतर पसंद किया जाता है, आसानी से मिल जाते हैं और खाने में टेस्टी लगते हैं। लेकिन, सवाल यह है कि पॉपकॉर्न और बनाना चिप्स में से कौन सा ज्यादा हेल्दी है और इन्हें खाने से सेहत पर क्या असर पड़ता है? हेल्थ एक्सपर्ट लुईस कीट्स ने बताया पॉपकॉर्न और बनाना चिप्स दोनों के अलग-अलग फायदे होते हैं और दोनों में पोषण, कैलोरी और फैट के आधार पर फर्क होता है।
डायटीशियन और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर हेल्दी स्नैक चुनना है, तो एयर-पॉप्ड पॉपकॉर्न बेहतर विकल्प है। यह वजन कम करने वालों, डायबिटिक के मरीजों और दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए भी सेफ ऑप्शन है। बनाना चिप्स को केवल कभी-कभार ही खाया जाना चाहिए। पॉपकॉर्न और बनाना चिप्स दोनों ही स्नैकिंग के लिए ऑप्शन हैं, लेकिन सेहत के नजरिए से पॉपकॉर्न कहीं ज्यादा बेहतर और सुरक्षित विकल्प है। वहीं, बनाना चिप्स टेस्टी तो होते हैं, लेकिन इन्हें नियमित रूप से खाना शरीर पर नकारात्मक असर डाल सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें, तो दोनों ही अपनी जगह खास हैं, लेकिन पोषण, कैलोरी और फैट के मामले में दोनों पर फर्क है। चलिए आपको बताते हैं दोनों में से कौन सा ज्यादा ताकत देता है और किसे कम मात्रा में खाना चाहिए।
पॉपकॉर्न एक हेल्दी स्नैक के रूप में खाया जाता और माना जाता है। पॉपकॉर्न में कम कैलोरी और हाई फाइबर होता है। पॉपकॉर्न एक तरह का होल ग्रेन है, जो बिना घी-तेल के बनाया जाए तो बेहद हेल्दी हो सकता है। इसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं। यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है और कब्ज से राहत देता है। पॉपकॉर्न में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो सेल डैमेज को रोकने में मदद करते हैं। पॉपकॉर्न फैट-फ्री होता है। हालांकि, पॉपकॉर्न को ज्यादा बटर या नमक डालकर खाने से इसके फायदे कम हो सकते हैं।
केले को डीप फ्राई करके बनाए गए बनाना चिप्स क्रिस्पी और टेस्टी जरूर होते हैं, लेकिन इसमें कैलोरी और ट्रांस फैट ज्यादा हो सकता है। एक कप बनाना चिप्स में करीब 150-200 कैलोरी हो सकती है। फ्राई करने से इनमें ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट्स की मात्रा बढ़ जाती है। केले में फाइबर होता है, लेकिन डीप फ्राई होने से इसका काफी हिस्सा खत्म हो जाता है। पैकेज्ड चिप्स में नमक और एडिटिव्स की मात्रा ज्यादा होती है। ऐसे में केले के चीप्स को कभी-कभी ही खाना चाहिए।
इसके अलावा हड्डियों की मजबूती के लिए खीरे के बीज का सेवन भी किया जा सकता है। खीरे के बीज ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी हड्डियों की बीमारियों को रोकने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।