Coconut In Diabetes: नारियल का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों के लिए ही नहीं, बल्कि कई प्रकार के खाने में भी किया जाता है। नारियल का सेवन चटनी, लड्डू और सब्जियों की ग्रेवी के तौर पर भी किया जाता है, लेकिन शुगर के मरीजों के मन में हमेशा ये सवाल रहता है कि उन्हें नारियल खाना चाहिए या नहीं, नारियल की गिरी खाने से शुगर लेवल पर क्या असर पड़ता है, क्योंकि नारियल का स्वाद मीठा होता है और शुगर के मरीजों के लिए मीठे का सेवन जहर से कम नहीं होता।

नारियल का गूदा, जिसे पके हुए नारियल का गूदा या गिरी भी कहा जाता है, नारियल की गिरी अपने स्वाद और स्वास्थ्य लाभों के लिए लोकप्रिय है, लेकिन इसका ब्लड शुगर के लेवल पर क्या प्रभाव पड़ता है? एंटरप्रेन्योर करण सरीन भारतीय फूड्स का ब्लड शुगर पर प्रभाव मापने के लिए परीक्षण करते हैं। उन्होंने 50 ग्राम नारियल के गूदे के एक कटोरे का उपयोग किया और उसका रिजल्ट बताया है।

सरीन के सीजीएम या सतत ग्लूकोज मॉनिटर रीडिंग के अनुसार, दो घंटे बाद यह उछाल बहुत ही कम था, जबकि नारियल पानी में उछाल बहुत अधिक था। सरीन ने इंस्टाग्राम पर बताया, “कोई शुगर स्पाइक नहीं है। एक फ्लैट लाइन है, जो एक अच्छा परिणाम है।

नारियल के पोषक तत्वों की बात की जाए तो 100 ग्राम कच्चे नारियल के गूदे में लगभग 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 9 ग्राम फाइबर, 33 ग्राम वसा, 3 ग्राम प्रोटीन और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। क्लिनिकल डाइटिशियन गरिमा गोयल ने बताया कि हाई फाइबर और फैट सामग्री नारियल की गिरी को कम ग्लाइसेमिक भोजन बनाती है, जिसका अर्थ है कि यह ब्लड शुगर के लेवल में तेजी से वृद्धि नहीं करता है।

न्यूट्रिएंट्स जर्नल में 2017 के एक अध्ययन का हवाला देते हुए , डाइटिशियन गरिमा गोयल ने कहा कि MCTs (जैसे नारियल में पाए जाते हैं) से भरपूर आहार इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकते हैं और वजन घटाने में सहायता कर सकते हैं, जो टाइप 2 शुगर के लिए फायदेमंद है।

गोयल ने बताया कि अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन ने शुगर के अनुकूल नाश्ते की सूची में बिना चीनी वाले नारियल (कद्दूकस किया हुआ नारियल) को भी शामिल किया है, लेकिन इसे सही मात्रा में खाया जाए।

वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।