हेल्दी और फिट शरीर के लिए विटामिन और खनिज बहुत ही जरूरी हैं। शरीर को बेहतर कामकाज के लिए विटामिन और मिनरल्स की जरूरत होती है। शरीर को बेहतर तरीके से काम करने के लिए बॉडी में आवश्यक पोषक तत्वों का सही संतुलन होना चाहिए। हालांकि, कुछ विटामिन और मिनरल ऐसे होते हैं, जिन्हें एक साथ लेने से सेहत पर हानिकारक असर पड़ सकते हैं।

पंजीकृत आहार विशेषज्ञ और द रेबेलियस आरडी की मालिक एमी मार्गुलीस, आरडीएन के मुताबिक, कुछ विटामिन और खनिज एक दूसरे के साथ मिलकर काम करते हैं, जिससे उनकी प्रभावशीलता कम हो जाती है और संभावित रूप से मतली, दस्त और कब्ज जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं। कुछ सप्लीमेंट्स भोजन के साथ बेहतर अवशोषित होते हैं, जबकि अन्य खाली पेट सबसे अच्छे से अवशोषित होते हैं। ऐसे में शरीर को भरपूर पोषक और लाभ देने के लिए यह समझना बहुत ही आवश्यक है कि विटामिन और खनिजों का तालमेल क्या होता है और किन विटामिन और खनिजों को एक साथ लेने से बचना चाहिए।

दरअसल, बहुत से लोग हेल्थ सप्लीमेंट्स लेते समय सोचते हैं कि जितना ज्यादा एक साथ लेंगे, उतनी जल्दी फायदा होगा। लेकिन कुछ विटामिन्स और मिनरल्स एक-दूसरे के अवशोषण में बाधा डालते हैं। ऐसे में उनका एक साथ सेवन करना शरीर के लिए नुकसानदायक या बेअसर हो सकता है, क्योंकि विटामिन और मिनरल हेल्दी और फिट शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होते हैं। ऐसे में ये यह जानना जरूरी है कि कौन से विटामिन एक दूसरे के पूरक हैं और कौन से विटामिन एक साथ नहीं लिए जाने चाहिए, जो विटामिन से अधिकतम पोषण और लाभ प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

आयरन और कैल्शियम दोनों को एक साथ नहीं लेना चाहिए। क्योंकि, कैल्शियम, आयरन के अवशोषण को रोकता है। इससे आयरन की कमी बनी रह सकती है। अगर, आप दोनों को लेना चाहते हैं तो आयरन और कैल्शियम को कम से कम 2 घंटे के अंतर पर लें।

डॉ. कॉनर का कहना है कि कैल्शियम और मैग्नीशियम जठरांत्र प्रणाली में अवशोषण के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। ऐसे में दोनों की हाई डाइट एक साथ लेने से पेट सूजन या दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में कैल्शियम और मैग्नीशियम को अलग-अलग लें। इनके बीच कम से कम दो घंटे का अंतराल रखें। कैल्शियम नाश्ते के लिए बेहतर है, जबकि मैग्नीशियम के आराम को बढ़ावा देने वाले लाभ इसे रात में लें।

विटामिन सी और विटामिन बी12 दोनों ही शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं, लेकिन उनके कार्य और स्रोत अलग-अलग होते हैं। दोनों को एक साथ नहीं लेना चाहिए। हाई डोज में विटामिन C, विटामिन B12 को निष्क्रिय कर सकता है। इससे शरीर को B12 नहीं मिल पाता, जिससे थकान, कमजोरी हो सकती है।

जिंक, कॉपर के अवशोषण को रोकता है और इसकी कमी कर सकता है। लंबे समय तक साथ में हाई डोज लेने से सेहत पर असर पड़ता है। इससे शरीर में एनीमिया या इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है।

विटामिन D का सही असर पाने के लिए मैग्नीशियम जरूरी होता है। अगर शरीर में मैग्नीशियम की कमी है, तो विटामिन D बेअसर हो सकता है। ऐसे में ध्यान रखें कि विटामिन D और मैग्नीशियम का संतुलन सही बना रहे।

वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।