मोटापा एक बड़ी बीमारी है जिससे देश और दुनिया में ज्यादातर लोग जूझ रहे हैं। मोटापा को कंट्रोल करने के लिए के लिए लोग क्या कुछ जतन नहीं करते। घंटों जिम में जाकर पसीना बहाते हैं, दिन में जब भी मौका मिले एक्सरसाइज करते है, डाइटिंग और वर्कआउट शिद्दत से करते हैं फिर भी उन्हें मनचाही बॉडी नहीं मिलती। ऐसे लोगों के लिए बड़ी फार्मा कंपनियां मौके को भुनाने के लिए तेजी से मैदान में उतर रही हैं। मार्केट में एक के बाद एक वजन कंट्रोल करने का इंजेक्शन आ रहा है जिसे आप वजन घटाने के लिए सिर्फ ₹14,000 प्रति महीने में लगवा सकते हैं। Eli Lilly ने Mounjaro नाम की वेट-लॉस दवा लॉन्च की है, जो Novo Nordisk की मशहूर दवा Wegovy से पहले बाजार में आ गई है।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारत में बढ़ते मोटापे के संकट पर चिंता जताई है। उन्होंने द लैंसेट (The Lancet) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2050 तक भारत में 44 करोड़ लोग मोटापे के शिकार हो सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हर तीसरा व्यक्ति मोटापे के कारण किसी गंभीर बीमारी का शिकार हो सकता है।
मोटापा को कंट्रोल करने के लिए अमेरिका की दवा कंपनी Eli Lilly ने भारत में Mounjaro (Tirzepatide) लॉन्च कर दी है। भारत के ड्रग रेगुलेटर द्वारा अप्रूव यह दवा सप्ताह में एक बार इंजेक्शन के रूप में दी जाती है। बिना डॉक्टर की सलाह के इसका उपयोग नहीं किया जा सकता। अब सवाल ये उठता है कि वेट लॉस ड्रग कैसे काम करती है।
वेट लॉस करने के लिए ओजेम्पिक दवा का इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि यह दवा टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए डिज़ाइन की गई थी, लेकिन अब इसका उपयोग वजन घटाने के लिए भी किया जा रहा है। इस दवा के कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। इसकी ज्यादा डोज आई स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकती है। आई स्ट्रोक यानी रेटिनल वैस्कुलर ओक्लूज़न (Retinal Vascular Occlusion) का खतरा बढ़ने की आशंका जताई गई है।
वेट लॉस इंजेक्शन (Weight Loss Injection)वजन घटाने का एक मेडिकल तरीका है। इस दवा का सेवन करके मेटाबॉलिज्म को बूस्ट किया जाता है और भूख को कंट्रोल किया जा सकता है। वेट लॉस करने के लिए कई दवाएं मार्किट में मौजूद हैं लेकिन जिन दवाओं की चर्चा ज्यादा है वो है Semaglutide जिसका ब्रांड Ozempic, Wegovy है। ये दवाएं डॉक्टर की सलाह से ली जाती हैं। यह इंजेक्शन शरीर में मौजूद एक हार्मोन GLP-1 (Glucagon-Like Peptide-1) की तरह काम करता है, जो मस्तिष्क को यह संकेत देता है कि पेट भर गया है।
इससे भूख कम लगती है और आप कम खाते हैं। इस इंजेक्शन की मदद से डाइजेशन को स्लो किया जाता है जिससे खाना पेट में लम्बे समय तक रहता है और पेट भरा रहता है। ये इंजेक्शन फैट बर्न करने की प्रक्रिया को तेज करता है जिससे कैलोरी ज्यादा बर्न होती है।
कंपनी ने बताया वजन कम करने के लिए पहली डोज 2.5 मिलीग्राम है जो इसकी सबसे कम खुराक है। इसकी दूसरी खुराक 5 मिलीग्राम है और सबसे अधिक खुराक 15 मिलीग्राम है। दवा की ये खुराक बीएमआई और मेडिकल कंडीशन को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर रेकमेंट करते हैं।
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