सीड्स खाने का चलन मौजूद दौर में बहुत ज्यादा बढ़ गया है। सेहत के लिए सुपरफूड्स की लिस्ट में सीड्स सबसे ऊपर हैं। सीड्स में कई तरह के सीड्स का सेवन लोग रोज की डाइट में करते हैं। चिया सीड्स, सनफ्लावर सीड्, अलसी के बीज, तिल के बीज, भांग के बीज, तरबूज के बीज और कद्दू के बीज का सेवन लोगों की फेवरेट लिस्ट में शामिल है। बात करें कद्दू के बीच की तो ये सीड्स सेहत के लिए अमृत साबित होते हैं। इनमें जबरदस्त पोषक तत्व और सेहत से जुड़े फायदे छिपे होते हैं। ये मैग्नीशियम, ज़िंक, आयरन, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स का समृद्ध स्रोत हैं  इसलिए इन्हें एक सुपरफूड माना जाता है।

एक्सपर्ट के मुताबिक रोज़ सुबह खाली पेट 1 चम्मच कद्दू के बीज का सेवन करने से शरीर को कई तरह के फायदे मिल सकते हैं। National Library of Medicine द्वारा प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक कद्दू के बीजों में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है, जिसे शरीर सेरोटोनिन और मेलाटोनिन में बदलता है, ये दोनों हार्मोन मूड को बेहतर बनाते हैं और नींद की क्वालिटी में भी सुधार करते हैं।

पोषक तत्वों से भरपूर मुट्ठीभर इन बीज में लगभग 7 ग्राम प्रोटीन, 13 ग्राम हेल्दी फैट, 37% RDI मैग्नीशियम, 1.7 ग्राम फाइबर होता है। ये सीड्स विटामिन ई और कैरोटीनॉयड जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होते हैं जो सूजन को कंट्रोल करते हैं और बढ़ती उम्र के असर को कम करते हैं। आइए जानते हैं कि रोजाना खाली पेट सिर्फ एक चम्मच कद्दू के बीज खाने से सेहत पर कैसा असर होता है।

कद्दू के बीज मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं और दिल की सेहत को दुरुस्त करते हैं। रोजाना इन सीड्स का सेवन करने से बॉडी को ओमेगा-3 और ओमेगा-6 जैसे हेल्दी फैट्स मिलते हैं जो गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करते हैं। इन सीड्स को खाने से दिल के रोगों का खतरा कम होता है।  साथ ही ये सीड्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ते हैं, जो रक्त धमनियों और दिल को नुकसान पहुंचा सकता है।

कद्दू के बीज ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड से भरपूर होते हैं, जो शरीर में सेरोटोनिन (मूड को बेहतर बनाने वाला हार्मोन) और मेलाटोनिन (नींद का हार्मोन) बनाने में मदद करता है। इनमें मौजूद मैग्नीशियम तंत्रिका तंत्र को शांत करता है, जिससे आप जल्दी और गहरी नींद में सोते हैं।  इसके अलावा इन सीड्स में पाया जाने वाला जिंक ट्रिप्टोफैन को सेरोटोनिन और मेलाटोनिन में बदलने की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाता है। कद्दू के बीजों में मौजूद पोषक तत्व शरीर को नेचुरल सर्केडियन रिदम (नींद-जागने की जैविक घड़ी) को भी सपोर्ट करता हैं।

इन सीड्स में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने और ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है। इन सीड्स में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं, जो दोनों ही ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करते हैं।  भरपूर फाइबर पाचन और रक्त प्रवाह में ग्लूकोज को धीमे से रिलीज करता है जिससे ब्लड शुगर स्पाइक्स को रोका जा सकता है। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले ये सीड्स ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करते हैं।

ये सीड्स जिंक से भरपूर होते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं। इसका सेवन करने से मौसमी बीमारियों का खतरा कम होता है। विटामिन ई जैसे हाई एंटीऑक्सीडेंट यौगिक इम्यून कोशिकाओं को क्षति और सूजन से बचाने में मदद करते हैं। वे आयरन से भी भरपूर होते हैं, जो इम्यून स्पोर्ट एंजाइमों के उत्पादन और ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट के लिए आवश्यक है। उनमें प्रोटीन और हेल्दी फैट भी होता हैं जो इम्यून कोशिकाओं को ऊर्जा रिलीज करता है। ये विटामिन ए और विटामिन ई जैसे फैट में घुलनशील विटामिन को अवशोषित करने में मदद करता हैं।

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