आजकल के समय में लगातार तनाव, खराब खानपान, नींद की कमी और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं, जिसमें हाई ब्लड प्रेशर सबसे आम समस्या बन गई है। हालांकि, हाई बीपी की समस्या पहले बढ़ती उम्र के साथ होती थी, लेकिन अब ये दिक्कत युवाओं को भी ज्यादा प्रभावित कर रही है। अगर, समय रहते इसे कंट्रोल न किया जाए, तो यह दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी गंभीर स्थितियों का कारण बन सकती है। क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन गरिमा गोयल ने बताया कि हाई बीपी की समस्या में नारियल पानी क्यों पीना चाहिए और नारियल पानी पीने के क्या फायदे होते हैं।
डायटीशियन गरिमा के अनुसार, आयुर्वेद और प्राकृतिक उपचार में नारियल पानी को हाई बीपी कंट्रोल करने के लिए असरदार माना गया है। नारियल पानी ना सिर्फ ब्लड प्रेशर को संतुलित करता है, बल्कि पूरे शरीर को रिहाइड्रेट और डिटॉक्स भी करता है। नारियल पानी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन सी, पोटैशियम, कैल्शियम, सोडियम और मैग्नीशियम आदि जैसे जरूरी विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं।
नारियल पानी में पोटैशियम भरपूर मात्रा पाया जाता है, जो सोडियम के प्रभाव को संतुलित करता है। हाई बीपी का मुख्य कारण शरीर में सोडियम का बढ़ जाना है और पोटैशियम उसे न्यूट्रलाइज करता है। अधिकांश लोगों को अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम नहीं मिलता है, जिसके कारण कई समस्याएं हो सकती हैं।
यह एक नेचुरल डाइयूरेटिक की तरह काम करता है। इससे पेशाब के जरिए शरीर से अतिरिक्त नमक और पानी निकालता है। इससे शरीर का ब्लड वॉल्यूम कम होता है और बीपी कंट्रोल रहता है।
हाई बीपी अक्सर मानसिक तनाव और चिंता से जुड़ा हुआ होता है। नारियल पानी पीने से नर्वस सिस्टम शांत होता है, जिससे स्ट्रेस हार्मोन यानी कॉर्टिसोल घटता है और ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है।
नारियल पानी का सेवन स्वास्थ्य के साथ-साथ हार्ट के लिए भी फायदेमंद होता है। नारियल पानी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और हेल्दी मिनरल्स दिल की कार्यक्षमता को बेहतर करते हैं और हार्ट संबंधित बीमारियों से बचाते हैं।
वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।