प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन में गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। मुलाकात के बाद दोनों देशों के नेताओं की ओर से बयान भी जारी किया गया। ज्वाइंट स्टेटमेंट में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही गई थी। वहीं आतंक के खिलाफ एक्शन की बात से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफाकत अली खान ने दोनों देशों के बयान को एकतरफा बताया। उन्होंने कहा कि यह बयान भ्रामक और राजनयिक मानदंडों के खिलाफ भी है।
अब बात करते हैं कि भारत और अमेरिका की दोस्ती से पाक क्यों बौखला रहा है? दरअसल पाक और अमेरिका के रिश्ते अच्छे नहीं हैं। बीते दो दशक में अमेरिका के साथ भारत के रिश्ते मजबूत हुए हैं और पीएम मोदी के कार्यकाल में तो ये और गहरे हुए हैं। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि 2006 के बाद से पाकिस्तान का दौरा किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने नहीं किया है।
आखिरी बार मार्च 2006 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने पाकिस्तान का दौरा किया था। हालांकि जॉर्ज बुश केवल इस्लामाबाद गए थे। जबकि अगर भारत की बात करें तो वर्ष 2000 से हर अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत का दौरा किया है। यहां तक की पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दो-दो बार दौरा किया है। सितंबर 2023 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने G 20 समिट में हिस्सा लिया था। वहीं फरवरी 2020 में डोनाल्ड ट्रंप ने भारत का दौरा किया था।
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जनवरी 2015 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत का दौरा किया था। इस दौरान वह गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि भी थे। वहीं उससे पहले नवंबर 2010 में भी तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत का दौरा किया था। मार्च 2006 में जॉर्ज बुश ने भारत का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ न्यूक्लियर कोऑपरेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर भी किए थे। जॉर्ज बुश ने हैदराबाद का भी दौरा किया था।
वहीं जॉर्ज बुश से पहले मार्च 2000 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने भारत का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने भारतीय संसद को भी संबोधित किया था। यह किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति का सबसे लंबा भारत दौरा था। बिल क्लिंटन 7 दिनों तक भारत में थे। अपनी यात्रा के दौरान बिल क्लिंटन ने नई दिल्ली, आगरा, जयपुर, हैदराबाद और मुंबई का भी दौरा किया था।
आजादी के बाद अब तक कुल 9 बार अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने भारत का दौरा किया है। वहीं अगर हम पाकिस्तान की बात करें तो अब तक केवल पांच बार अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने पाकिस्तान का दौरा किया है। पिछले 20 सालों में अमेरिकी राष्ट्रपतियों के पांच दौरे भारत के हो चुके हैं जबकि आखरी बार बुश ने 2006 में पाकिस्तान का दौरा किया था। अमेरिकी राष्ट्रपतियों के दौरों से साफ पता चलता है कि उन्होंने पाकिस्तान से दूरी बना ली है।