ईरान के परमाणु ठिकानों पर इजरायल के बाद अमेरिका ने भी बमबारी की। दोनों देश नहीं चाहते कि ईरान के परमाणु हथियार हो क्योंकि ये उसे दुनिया के लिए खतरा मानते हैं। हालांकि ईरान ने कहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम नागरिक उद्देश्य के लिए है। इस बीच ईरान के संवर्धित यूरेनियम (Enriched Uranium) की स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
ईरान में तीन परमाणु स्थलों पर अमेरिका की सेना द्वारा किए गए हमलों के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है। वहीं कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि परमाणु कार्यक्रम को केवल कुछ महीनों के लिए डिले किया जा सकता है। कहा जा रहा है कि ईरान ने अपने यूरेनियम के भंडार को दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया था।
अमेरिका ने ईरान के प्रमुख परमाणु स्थलों (जिनमें फोर्डो, नतांज़ और इस्फ़हान शामिल हैं) पर 13,000 किलोग्राम से अधिक बंकर बस्टर बम गिराने के लिए अपने बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर्स (B-2 Spirit stealth Bombers) को तैनात किया। रिपोर्ट्स के अनुसार इस्फ़हान को एक अमेरिकी पनडुब्बी द्वारा लॉन्च की गई टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों से भी निशाना बनाया गया था। इन तीनों ठिकानों का उपयोग ईरान उच्च संवर्धित यूरेनियम के उत्पादन के लिए कर रहा था। हालांकि निश्चित रूप से अमेरिकी हमलों के बाद ये क्षतिग्रस्त हुए हैं, लेकिन महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि क्या ईरान का परमाणु कार्यक्रम खत्म हो गया?
Strait of Hormuz बंद होने से भारत पर कितना असर? आसान भाषा में समझिए पूरी बात
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने 408 किलोग्राम यूरेनियम को 60 प्रतिशत शुद्धता तक संवर्धित (Enrich) किया है, जो परमाणु हथियार विकसित करने के लिए आवश्यक 90 प्रतिशत शुद्धता के काफी करीब है। एफटी ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और जो बाइडेन सरकार के दौरान ईरान पर काम करने वाले एक पूर्व वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी रिचर्ड नेफ्यू के हवाले से कहा, “हमने अभी जो देखा है, उसके आधार पर हमें नहीं पता कि मटेरियल कहां है। हमें कोई वास्तविक विश्वास नहीं है कि हमारे पास इसे जल्द ही प्राप्त करने की क्षमता है।”
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि किसी को भी निश्चित रूप से कुछ दिनों तक पता नहीं चलेगा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम नष्ट हो गया है या नहीं या इस्लामी देश समय रहते संवर्धित यूरेनियम को ट्रांसफर करने में सक्षम था या नहीं। रुबियो ने सीबीएस न्यूज को बताया, “मुझे संदेह है कि उन्होंने इसे ट्रांसफर किया है, क्योंकि आप वास्तव में अभी कुछ भी ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं।” हालांकि ईरानी प्रशासन के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा है कि उन स्थलों पर यूरेनियम को उसी स्थान पर रखना बहुत ही भोलापन” होता और संवर्धित यूरेनियम अब तक पहुंच दे दूर है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने हाल के दिनों में अपने परमाणु स्थलों से अपने संवर्धित यूरेनियम और उपकरण हटा लिए हैं। रिपोर्ट में दो इजरायली अधिकारियों के हवाले से दावा किया गया है कि इस बात के सबूत हैं कि ईरान ने अपने परमाणु स्थलों से 60% शुद्धता तक संवर्धित 400 किलोग्राम यूरेनियम हटा लिया है। यूरेनियम हटाने का फ़ैसला अमेरिका की सैन्य कार्रवाई की लगातार धमकी और क्षेत्र में इजरायल के लगातार हमलों के बीच लिया गया था।