राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब से अमेरिका की सत्ता संभाली है, उनकी तरफ से कई बड़े ऐलान किया जा चुके हैं। इसी कड़ी में राष्ट्रपति ट्रंप ने अब ईरान को एक बड़ी धमकी दी है। उन्होंने दो टूक कहा है कि अगर ईरान ने न्यूक्लियर समझौते पर सहमति नहीं जताई, उस स्थिति में अमेरिका की तरफ से उस पर बमबारी की जाएगी और कई तरह के प्रतिबंध भी लगा दिए जाएंगे।
रॉयटर्स की एक खबर के मुताबिक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एनबीसी चैनल से खास बातचीत की थी। इस बातचीत के दौरान उन्होंने समझाया था कि अभी ईरान पर सेकेंडरी टैरिफ वापस लगा सकते हैं जो 4 साल पहले लगाए गए थे। बड़ी बात यह है कि एक तरफ राष्ट्रपति ट्रंप तो धमकी देने का काम कर रहे हैं तो दूसरी तरफ ईरान उन्हें बिल्कुल भी तवज्जो नहीं दे रहा। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास आरकच्ची ने साफ शब्दों में कहा है कि ट्रंप को ओमान के माध्यम से पत्र भेज दिया गया है।
विदेशी मामलों के कई जानकार मानते हैं कि 2018 के बाद से ही ईरान और अमेरिका के रिश्ते बिगड़ते रहे हैं। इसी वजह से जब गाजा में इजरायल और हमास का संघर्ष शुरू हुआ था, कई हमले ईरान समर्थित संगठनों पर भी हमले किए गए थे। वैसे ट्रंप लगातार ईरान को धमकी देने का काम कर रहे हैं। इसी महीने की शुरुआत में भी उनका एक पत्र सामने आया था। उस पत्र में भी राष्ट्रपति ट्रंप ने सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी थी, उन्होंने ईरान से समझौते को स्वीकार करने को कहा था।
ट्रंप ने पत्र में लिखा था कि मुझे उम्मीद है कि आप बातचीत करेंगे क्योंकि अगर हमें सैन्य तरीके से आगे बढ़ना पड़ा, तो यह बहुत भयानक बात होगी। ईरान से निपटने के दो तरीके हैं। पहला तो यह है कि सैन्य तरीके से निपटा जाए और दूसरा यह है कि आप समझौता कर लें। मैं समझौता करना पसंद करूंगा क्योंकि मैं ईरान को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता। वे महान लोग हैं।