Earthquake in Nepal: नेपाल में शुक्रवार शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे लोगों में हड़कंप मच गया। डर के कारण लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.0 मापी गई। इसका असर नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी देखा गया। महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत में भी धरती हिली, जिससे लोग घबरा गए।
नेपाल के अलावा, उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी हल्के झटके महसूस किए गए। हाल ही में म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंपों ने भारी तबाही मचाई थी, जिसमें कई जानें गईं और बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए।
म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के बाद वहां खोज और बचाव कार्य जारी है। शुक्रवार को राहत दलों ने इमारतों के मलबे से और शव बरामद किए। इस भूकंप ने अब तक 3,100 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। म्यांमार पहले ही गृहयुद्ध की मार झेल रहा था, अब भूकंप ने हालात और बिगाड़ दिए हैं।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख टॉम फ्लेचर शुक्रवार को म्यांमार का दौरा करेंगे ताकि राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तुरंत आर्थिक मदद देने की अपील की है, ताकि पीड़ितों को राहत पहुंचाई जा सके। उन्होंने कहा कि मानसून का मौसम करीब है, जिससे हालात और खराब हो सकते हैं।
इस प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर दिखाया है कि भूकंप जैसी आपदाओं के लिए सतर्कता और तैयारियां कितनी जरूरी हैं। नेपाल और उत्तर भारत में झटकों के बाद लोग डरे हुए हैं, लेकिन अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। वहीं, म्यांमार में हालात बेहद गंभीर हैं, जहां हजारों लोगों को तत्काल राहत की जरूरत है।