Israel-Hamas War: इजरायल हमास के खिलाफ गाजा पट्टी में लगातार कार्रवाई कर रहा है। अब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के लिए नई शर्तें रखीं है और कहा कि हमास के नेताओं को गाजा पट्टी छोड़ने की इजाजत तब ही दी जाएगी जब वे हथियार छोड़ देंगे। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि हमास के अंदर दरारें सामने आ रही हैं और हमास पर सैन्य दबाव काम कर रहा है।
इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा कि हम आखिरी चरण पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। हमास अपने हथियार डाल देगा। इसके नेताओं को बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी। हम गाजा पट्टी में सुरक्षा तय करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे हमास कमजोर हो रहा है और बंधकों की रिहाई की संभावना बढ़ रही है। नेतन्याहू ने उन दावों को खारिज कर दिया कि इजरायल गाजा में बंधकों को रिहा करने के लिए बातचीत नहीं कर रहा है।
नेतन्याहू ने कहा कि सुरक्षा कैबिनेट ने शनिवार को हमास के खिलाफ अभियान बढ़ाने का फैसला किया था। यह इजरायल के ऑपरेशन स्ट्रेंथ एंड स्वॉर्ड के बीच हुआ है। इसको मार्च की शुरुआत में IDF ने शुरू किया था। सेना ने गाजा पट्टी पर हमले फिर से शुरू किए। मार्च के आखिर में सेना ने कहा कि गाजा के हर एक क्षेत्र में उसके चार अलग-अलग बल काम कर रहे हैं।
गाजा में 41 हजार से ज्यादा लोगों की मौत
नेतन्याहू ने कहा, ‘यह इसलिए काम कर रहा है क्योंकि यह एक साथ काम करता है। एक ओर यह हमास की सैन्य और सरकारी क्षमताओं को कुचलता है और दूसरी तरफ यह हमारे बंधकों की रिहाई के लिए परिस्थितियां बनाता है। हम बिल्कुल यही कर रहे हैं।’ नेतन्याहू ने आगे कहा, ‘हम बंधकों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम बंधकों को वापस लाने के लिए काम कर रहे हैं। आज तक सैन्य और कूटनीतिक दबाव ही एकमात्र चीज है जिसके कारण बंधकों की वापसी हुई है।’ बता दें कि हमास के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को बताया कि मुस्लिम ईद-उल-फितर के पहले दिन इजरायली हमलों में कम से कम 20 लोग मारे गए। कौन हैं वो फिलिस्तीनी बंदी? जिन्हें सीजफायर समझौते के बाद इजरायल ने अपनी जेलों से किया आजाद