Ukraine Attack Russia: यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन अटैक कर पूरी दुनिया को हिला दिया है। रूस ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि इस तरह से यूक्रेनी ड्रोन इतने अंदर तक घुसकर उनके 40 से ज्यादा रूसी बमवर्षक विमान बर्बाद कर देंगे। लेकिन ऐसा हुआ और रूस कुछ नहीं कर पाया। उसकी सुरक्षा प्रणाली जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होती है, वो भी इस हमले को नहीं रोक पाई। जानाकर इसे तीन साल के युद्ध में यूक्रेन की अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी के रूप में देखते हैं।
अब बताया जा रहा है कि यूक्रेन ने इस ड्रोन अटैक को काफी चालाकी से अमलीजामा पहनाया था। तैयारी तो डेढ़ साल पहले ही शुरू कर दी गई थी और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की खुद इसकी निगरानी कर रहे थे। यूक्रेन ने इस हमले को अंजाम देने के लिए सबसे पहले अपने ड्रोन्स को कंटेनरों में छिपाकर रखा और फिर एक ट्रक के जरिए रूसी सीमा में दाखिल करवा दिया। उसके बाद उसी ट्रक से एक-एक कर FPV (First Person View) ड्रोन ने उड़ाई भरी और रूस के कई एयरबेस निशाने पर आ गए।
रूस में इस हमले की जांच शुरू हो चुकी है और उस ट्रक ड्राइवर से भी सवाल-जवाब हो रहे हैं जिसके ट्रक से इन विनाशकारी ड्रोन्स ने उड़ान भरी थी। लेकिन बताया जा रहा है कि उस ड्राइवर को ज्यादा जानकारी नहीं थी, उसे नहीं पता था कि क्यों वहां भेजा गया, उसे सिर्फ इतना इनपुट मिला कि कोई मिलने आएगा। अब कोई मिलने तो नहीं आया लेकिन यूक्रेनी ड्रोन्स ने रूस की सुरक्षा में सबसे बड़ी सेंधमारी जरूर कर दी।
इस सेंधमारी में रूस के बेलाया एयरबेस, ओलेन्या एयरबेस, डियाघिलेव एयरबेस, इवानोवो एयरबेस को निशाना बनाया गया। अब यहां पर समझने वाली बात यह है कि यूक्रेन ने काफी कम खर्च में इस हमले को अंजाम दिया, लेकिन रूस को उतना ही बड़ा नुकसान भी दे दिया। जिन FPV ड्रोन्स से अटैक किया गया, उनकी कीमत सिर्फ कुछ सौ डॉलरों में आकी जाती है, लेकिन जिन 40 से ज्यादा बॉम्बर्स विमानों को निशाने पर लिया गया, उन पर रूस ने अरबों डॉलर खर्च किए हैं। ऐसे में रूस को यह हमला कई सालों तक टीस देने वाला है।
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FPV ड्रोन की बात करें तो इन्हें रिमोट कंट्रोल के जरिए उड़ाया जाता है। इन ड्रोन्स को ऑपरेट करने वाले एक बड़ी स्क्रीन पर लाइव फीड देखते रहते हैं और टारगेट को देख सटीक हमला करते हैं। इससे पहले भी इन ड्रोन्स की ताकत देखी जा चुकी है, इनकी सटीकता भी बेहतरीन मानी जाती है। वैसे यूक्रेन जब इतना बड़ा हमला कर दिया तो रूस की तरफ से भी जवाब दिया गया। रूस ने 24 घंटे के अंदर 472 ड्रोन और 7 मिसाइलें दाग दीं, इसमें 12 यूक्रेनी सैनिकों के मारे जाने की खबर है।
अब एक तरफ तो रूस-यूक्रेन में शांति वार्ता की बात हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ से इस हमले ने फिर समीकरण बदल दिए हैं। जानकार मान रहे हैं कि आने वाले कुछ दिन काफी महत्वपूर्ण रहने वाले हैं। अगर स्थिति ऐसे ही तनावपूर्ण बनती चली गई तो अगले कुछ दिनों में और बड़े हमले होते दिख सकते हैं।
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