US Attack Iran: ईरान ने पहली बार स्वीकार कर लिया है कि अमेरिकी हमले की वजह से उनकी न्यूक्लियर साइट्स को भारी नुकसान पहुंचा है। अल जजीरा से बात करते हुए ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने सामने से पुष्टि की है कि अमेरिकी हमलों में नुकसान पहुंचा है।
इंटरव्यू में बाघेई ने कहा कि हमारी न्यूक्लियर इंस्टॉलेशन्स को भारी नुकसान पहुंचा है, यह बात तो पक्की हो चुकी है। अब बाघेई ने इस बात को तो स्वीकार किया, लेकिन वे इस ऑपरेशन की डिटेल में नहीं गए। लेकिन इस कबूलनामा को भी बड़ा माना जा रहा है क्योंकि अभी तक तो ईरान ने अमेरिकी हमले को कोई तवज्जो नहीं दी थी, यहां तक कहा था कि उन्हें नुकसान नहीं हुआ। लेकिन बात चाहे सेटेलाइट तस्वीरों की हो या फिर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान की, साफ पता चल रहा है कि ईरान को भारी नुकसान हुआ है।
‘F’ वर्ड बोलने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने क्या सफाई दी?
पेंटागन की रिपोर्ट तो कहती है कि अमेरिकी हमले से ईरान की न्यूक्लियर साइट्स को नुकसान तो हुआ है, लेकिन उसका इंफ्रास्ट्रक्चर अभी भी सही है, यानी कि भविष्य में वो अभी भी परमाणु संपन्न बन सकता है। इतना जरूर कहा जा रहा है कि कई महीनों के लिए इस प्रोजेक्ट को पोस्टपोन कर दिया गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ एयर फोर्स के अध्यक्ष जनरल डैन कैन के साथ मीडिया ब्रीफिंग में हेगसेथ ने कहा था कि अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतान्ज़ और इस्फाहान में सफलतापूर्वक सटीक हमले किए। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति ट्रम्प के आदेश पर यूएस सेंट्रल कमांड ने ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों- फोर्डो, नतान्ज़ और इस्फाहान पर आधी रात को सटीक हमला किया ताकि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट किया जा सके। उन्होंने कहा था कि यह एक अविश्वसनीय और जबरदस्त सफलता थी। हमारे कमांडर-इन-चीफ से हमें जो आदेश मिला वह केंद्रित था, यह शक्तिशाली था और यह स्पष्ट था। हमने ईरानी परमाणु कार्यक्रम को नष्ट कर दिया।
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