Israel Attack Iran, Israel Iran News in Hindi: ईरान-इजराइल का संघर्ष चार दिनों से जारी है। एक ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल ने कथित तौर पर इजराइल में हाइफा रिफाइनरी को टारगेट किया। फोरडो न्यूक्लियर साइट के पास कई जोरदार धमाके हुए। इसकी वजह से जमीन हिल गई। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 13 जून को संघर्ष शुरू होने के बाद से इजरायली हमलों में 224 लोग मारे गए हैं और 1,277 से ज्यादा घायल हैं। वहीं, अमेरिका में स्थित ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स ग्रुप ने ईरान में 406 लोगों के मारे जाने का दावा किया है। इससे पहले रविवार को ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि अगर इजरायल अपना अभियान जारी रखता है तो तेहरान की तरफ से भी जोरदार कार्रवाई की जाएगी।

इजरायल में क्या है हालात: इजरायल में हालात की बात की जाए तो रात भर और रविवार को ईरानी हमलों में कम से कम 10 लोग मारे गए। अब तक मरने वालों की संख्या 13 पहुंच गई है। रविवार को बैट यम में ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल ने एक इमारत को टारगेट किया। इजरायली अधिकारियों ने कहा कि हाइफा के पूर्व में अरब शहर तमरा में एक अपार्टमेंट की इमारत में चार और लोग मारे गए। हमलों के बाद देश के क्षेत्रों में 200 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। शनिवार को एक वीडियो मैसेज में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने वॉर्निंग देते हुए कहा कि इजरायल अयातुल्ला के शासन की हर जगह और हर टारगेट पर हमला करेगा।

न्यूक्लियर टॉक में शामिल नहीं होगा ईरान: ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि अगर इजरायली हमले जारी रहे तो वह अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता में शामिल नहीं होंगे। अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रोन के साथ बातचीत में पेजेशकियन ने कहा कि ईरान कूटनीति का पक्षधर है, लेकिन वह दबाव में तर्कहीन मांगों को स्वीकार नहीं करेगा।

इजरायल और ईरान का संघर्ष लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पल-पल की अपडेट्स के लिए जुड़े रहिये जनसत्ता डॉट कॉम के साथ…

ईरानी सेना के वरिष्ठ कमांडर और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य मोहसेन रेजाई ने दावा किया है कि पाकिस्तान ने ईरान को आश्वासन दिया है कि अगर इजरायल परमाणु मिसाइलों का इस्तेमाल करता है तो वह परमाणु हथियारों से जवाब देगा।

इजरायल में अमेरिपकी राजदूत माइक हकबी ने तेल अवीव में अमेरिकी दूतावास के पास ईरानी मिसाइल के हमले के बाद हल्के नुकसान की जानकारी दी है, लेकिन उन्होंने पुष्टि की है कि इस घटना में कोई अमेरिकी कर्मी घायल नहीं हुआ है।

ईरान की पुलिस ने कहा है कि उन्होंने अलग-अलग अभियानों में इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद के दो एजेंटों को पकड़ा है। उनके पास से बड़ी मात्रा में विस्फोटक जब्त किए गए हैं।

इजरायल और ईरान के बीच में लगातार संघर्ष जारी है। सोमवार को तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव रहा है। इजरायल-ईरान संघर्ष से बाकी देशों के लिए भी समस्या बढ़ गई है।।

तेल अवीव के पास मध्य इजरायली शहर पेटाह टिकवा के अधिकारियों ने कहा कि ईरानी मिसाइलों ने वहां एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया, जिससे कंक्रीट की दीवारें जल गईं, खिड़कियां उड़ गईं और कई अपार्टमेंटों को भारी नुकसान पहुंचा।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को एक इंटरव्यू में कहा कि ईरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को “मारना” चाहता है क्योंकि वह रिपब्लिकन नेता को अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए खतरा मानता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इजरायल और ईरान से अपील की है कि दोनों को जानलेवा टकराव छोड़कर एक डील की ओर लौटना चाहिए और हम एक बढ़िया डील करेंगे। जल्द ही शांति का ऐलान होगा।

नेतन्याहू ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के नाम से मशहूर इस अभियान को “इतिहास के सबसे महान सैन्य अभियानों में से एक” बताया। फॉक्स न्यूज के अनुसार, ईरानी लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वे 50 वर्षों से उसी इस्लामी शासन द्वारा प्रताड़ित किए जा रहे हैं, जिसने लंबे समय से इजरायल राज्य को नष्ट करने की धमकी दी है।

ईरान ने सोमवार को सुबह-सुबह इजरायल पर मिसाइल हमलों की एक नई लहर शुरू की। इससे पूरे देश में हवाई हमले के सायरन बजने लगे।

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को उत्तर-पूर्वी तेहरान में एक अंडरग्राउंड बंकर में ले जाया गया है, ईरान इंटरनेशनल ने रिपोर्ट की है।

सीएनएन ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को मारने की इजरायली योजना का विरोध किया है।

इजरायली इमरजेंसी सर्विस मैगन डेविड एडोम ने कहा है कि उन्होंने सोमवार की सुबह ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमले के बाद शारीरिक रूप से घायल 29 लोगों को निकाला है।

ईरान और इजरायल के बीच हाल ही में हुए संघर्ष के बाद मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि भारत दोनों देशों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर बारीकी से नजर रख रहा है।

ईरान ने इजरायली हमले के दौरान सीजफायर टॉक को खारिज कर दिया है। तेहरान ने कथित तौर पर मध्यस्थ कतर और ओमान से कहा कि वे गंभीर वार्ता तभी करेंगे जब ईरान इजरायली हमलों का जवाब देने के लिए तैयार हो जाएगा।

शाहिद बेहेश्टी ने एएनआई को फोन पर बताया, ‘हम अपने अपार्टमेंट के बेसमेंट में फंसे हुए हैं । हम हर रात धमाके सुनते हैं। इनमें से एक धमाका सिर्फ़ 5 किलोमीटर दूर हुआ था। हम तीन दिनों से सोए नहीं हैं।’

इजराइल ने पुष्टि की है कि उसने पूर्वोत्तर ईरान के मशहद हवाई अड्डे पर हवाई हमला किया है, जिसमें एक सैन्य ईंधन भरने वाले विमान को निशाना बनाया गया, जिसे उसकी सेना ने “ऑपरेशन की शुरुआत के बाद से किया गया सबसे लंबी दूरी का हमला” बताया है।

Iran-Israel War: राष्ट्रपति ट्रंप लिखते हैं कि ईरान और इजरायल के बीच डील होनी चाहिए, वो डील होकर रहेगी, जिस तरह से मैंने भारत और पाकिस्तान में करवाई।

https://www.jansatta.com/international/just-like-we-got-a-deal-done-between-india-and-pakistan-there-will-be-peace-between-iran-and-israel-too-says-trump/4008083/?ref=hometopblock_hp

सूत्रों ने बताया कि गौतम अडानी के नेतृत्व वाले समूह के इजराइल स्थित हाइफा बंदरगाह को ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से कोई नुकसान नहीं पहुंचा है, तथा माल ढुलाई का काम बिना किसी बाधा के जारी है। शनिवार देर रात ईरान ने इजरायल के हाइफा बंदरगाह और पास की एक तेल रिफाइनरी को निशाना बनाया, जो इस सप्ताह के शुरू में ईरान के परमाणु और अन्य ठिकानों पर तेल अवीव द्वारा किए गए हमले के जवाब में था। मामले से अवगत दो सूत्रों ने बताया कि बंदरगाह पर रासायनिक टर्मिनल में शार्पनेल गिरे और कुछ अन्य प्रक्षेपास्त्र तेल रिफाइनरी में गिरे। उन्होंने दावा किया कि कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि, अडानी के बंदरगाह पर हड़ताल का कोई असर नहीं पड़ा। – पीटीआई

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि ईरान और इजरायल के बीच “जल्द ही” शांति होगी, उन्होंने कहा कि कई अनिर्दिष्ट बैठकें हो रही हैं और दोनों देशों को एक समझौता करना चाहिए। इजराइल और ईरान ने रविवार रात को एक-दूसरे पर नए हमले किए, जिसमें कई लोग मारे गए। ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर कहा, “ईरान और इजरायल को एक समझौता करना चाहिए, और वे एक समझौता करेंगे”, उन्होंने आगे कहा कि “हमारे यहां जल्द ही शांति होगी”।

जर्मनी के नवनिर्वाचित चांसलर, दक्षिणपंथी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) के फ्रेडरिक मर्ज़ ने कहा कि इजरायल ने अग्निशमन यंत्रों के लिए जर्मनी से संपर्क किया है और जर्मनी उन्हें उपलब्ध कराएगा। टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, इससे पहले इजरायल के उत्तरी शहर हाइफा में स्थित बाजान तेल रिफाइनरी परिसर की सुविधाओं को नुकसान पहुंचा था। ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के तहत, इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य बुनियादी ढांचे और तेल भंडारों के खिलाफ कई हमले किए। कल रात, IDF ने ईरानी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय, परमाणु परियोजना के लिए SPND मुख्यालय, ईंधन भंडार और “अन्य लक्ष्यों पर हमले किए, जहाँ ईरानी शासन ने अपने परमाणु अभिलेख छिपाए हैं।”

Iran-Israel War: पोस्ट में कहा गया है कि हम ईरान में सभी से अनुरोध करते हैं कि दूतावास से स्थिति पर अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम लिंक से जुड़ें। कृपया ध्यान दें कि यह टेलीग्राम लिंक केवल उन भारतीय नागरिकों के लिए है जो वर्तमान में ईरान में हैं।

https://www.jansatta.com/international/indian-embassy-issues-advisory-for-all-indian-nationals-shares-helpline-numbers-and-telegram-link-iran-israel-war/4007994/

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय ने ईरान के साथ संघर्ष के दौरान इज़रायल की यात्रा न करने की सलाह दी है, क्योंकि इससे संघर्ष बढ़ने का खतरा है। कार्यालय ने इज़रायल में रहने वाले नागरिकों को स्थानीय अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने की भी सलाह दी है।

इजराइल की एल अल एयरलाइंस ने रविवार को कहा कि इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष के कारण उसने 23 जून तक कई यूरोपीय शहरों के साथ-साथ टोक्यो और मॉस्को के लिए उड़ानें रद्द कर दी हैं। इज़रायली एयरलाइन्स ने कहा कि 17 जून तक सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं तथा इज़रायली हवाई क्षेत्र अभी भी बंद है।

एल अल ने कहा, “संबंधित सुरक्षा और विमानन अधिकारियों से मंजूरी मिलने के बाद, हम अधिक से अधिक इजरायलियों को घर लौटने की अनुमति देने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे, धीरे-धीरे अपनी नियमित उड़ान अनुसूची को फिर से शुरू करेंगे और इजरायल के निकट गंतव्यों से बचाव उड़ानें संचालित करेंगे।” (रॉयटर्स)

आईडीएफ के एक प्रवक्ता ने ट्विटर पर लिखा कि तीन दिन से भी कम समय में आईडीएफ ने ईरान में 170 से अधिक ठिकानों और 720 सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमला किया।

अरब मीडिया के प्रवक्ता अविचाय अद्राई ने कल रात के ऑपरेशन का विस्तृत विवरण देते हुए कहा कि “वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने तेहरान के ऊपर से उड़ान भरी और सैन्य खुफिया निदेशालय के निर्देश पर ईरानी परमाणु कार्यक्रम से जुड़े बुनियादी ढांचे और लक्ष्यों पर हमला किया।”

उन्होंने कहा, “इन छापों के तहत 80 से अधिक ठिकानों पर हमला किया गया, जिनमें ईरानी रक्षा मंत्रालय मुख्यालय, परमाणु परियोजना के लिए एसपीएनडी मुख्यालय और अन्य लक्ष्य शामिल हैं, जहां ईरानी शासन ने अपने परमाणु अभिलेख छिपा रखे हैं।”

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने रविवार को कहा कि इजरायल पर हमले तभी रुकेंगे, जब इजरायल अपना सैन्य अभियान बंद कर देगा। विदेशी राजनयिकों के साथ एक बैठक में अराघची ने कहा, ‘हम अपना बचाव कर रहे हैं, हमारा बचाव पूरी तरह से वैध है। यह बचाव आक्रामकता के प्रति हमारी प्रतिक्रिया है। अगर आक्रामकता बंद हो जाती है, तो स्वाभाविक रूप से हमारी प्रतिक्रियाएं भी बंद हो जाएंगी।

इजरायली मीडिया ने बचाव अधिकारियों के हवाले से बताया कि केंद्रीय शहर बट याम में ईरानी मिसाइल हमले के बाद लापता माने गए सात लोगों में से चार लोग अस्पतालों में पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अन्य तीन को ढूंढने के प्रयास जारी हैं। रात में हुए इस हमले में कम से कम छह लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए।

ईरान ने कहा है कि उसने दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिन पर इज़राइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के सदस्य होने का आरोप है।रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, दो लोगों को अल्बोरज प्रांत में उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे विस्फोटक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तैयार कर रहे थे। 

ईरान ने कहा कि तेहरान में शाहरान तेल डिपो को इजरायली हमले में निशाना बनाया गया। इजरायली सेना ने तेहरान के पास एक तेल रिफाइनरी पर भी हमला किया। ईरान ने शनिवार को इजरायली हमले के कारण आग लगने के बाद दुनिया के सबसे बड़े गैस क्षेत्र, साउथ पारस में भी आंशिक रूप से उत्पादन रोक दिया।

शनिवार देर रात से रविवार तक ईरानी मिसाइलों ने उत्तरी इजरायल को निशाना बनाया, जिसमें कम से कम तीन लोग मारे गए और 13 अन्य घायल हो गए। 

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने एक बयान में संकेत दिए हैं कि ईरान संघर्ष विराम करना चाहता है। अरागची ने कहा कि अगर इस्राइल उनके देश पर हमले बंद कर देता है तो वे भी हमले नहीं करेंगे।