इजरायल-ईरान हवाई युद्ध तेज होता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक भयावह चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि हमें ठीक से पता है कि तथाकथित ‘सर्वोच्च नेता’ (अयातुल्ला अली खामेनेई) कहां छिपा है। हम उसे बाहर नहीं निकालने जा रहे हैं, कम से कम अभी तो नहीं।” ट्रंप ने ईरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण की अपील की।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा, “यह संघर्ष को बढ़ाने वाला नहीं है, यह संघर्ष को समाप्त करने वाला है। हमने उनके शीर्ष परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया है।” जब इजरायल के ऑपरेशन राइजिंग लायन ने ईरान के परमाणु स्थलों पर हमला किया और ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइलों से जवाबी हमला किया, तो सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने युद्ध का नारा लगाया। उन्होंने घोषणा की कि ईरानी राष्ट्र को आत्मसमर्पण नहीं किया जा सकता है। अब बड़ा सवाल उठता है कि अगर अयातुल्ला अली खामेनेई को कुछ हुआ तो उनका उत्तराधिकारी कौन होगा।
अयातुल्ला खामेनेई के दूसरे बेटे और आईआरजीसी और ईरान के रूढ़िवादी एलीट वर्ग के साथ घनिष्ठ संबंध रखने वाले मोजतबा खामेनेई एक शक्तिशाली व्यक्ति हैं। माना जाता है कि वे नेतृत्व के लिए तैयार हैं। हालांकि वंश उत्तराधिकार के डर के कारण उनकी उम्मीदवारी की आलोचना की जा रही है।
बाराबंकी से तेहरान तक: ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई के पूर्वजों का रिश्ता उत्तर प्रदेश से कैसे है?
अलीरेजा अराफी वरिष्ठ मौलवी विशेषज्ञों की सभा के सदस्य और क़ोम सेमिनरी के प्रमुख हैं। ये गार्जियन काउंसिल में भी कार्य करते हैं। अपने रूढ़िवादी रुख और धार्मिक और राजनीतिक दोनों संस्थानों में गहरे प्रभाव के लिए अलीरेजा अराफी जाने जाते हैं।
होसैनी बुशहरी विशेषज्ञों की सभा के पहले उपाध्यक्ष और क़ोम सेमिनरी सोसाइटी के प्रमुख हैं। होसैनी बुशहरी, खामेनेई के सर्कल के अंदर एक विश्वसनीय व्यक्ति हैं और वह अक्सर सर्वोच्च नेता की ओर से क़ोम में शुक्रवार की नमाज़ का नेतृत्व करते हैं।
हेजाजी पर्दे के पीछे एक शक्तिशाली व्यक्ति हैं। हेजाजी सर्वोच्च नेता के कार्यालय में राजनीतिक-सुरक्षा मामलों की देखरेख करते हैं। ईरान के खुफिया नेटवर्क में गहराई से जुड़े होने के कारण वे सार्वजनिक रूप से कम नजर आते हैं लेकिन रणनीतिक प्रभाव के लिए जाने जाते हैं।
मोहसेनी ईजेई वर्तमान न्यायपालिका प्रमुख और पूर्व खुफिया मंत्री हैं। ईरान के कानूनी और सुरक्षा प्रतिष्ठान में दशकों तक काम करने वाले मोहसेनी ईजेई को कट्टरपंथी और अयातुल्ला अली खामेनेई का वफादार अंदरूनी व्यक्ति के रूप में देखा जाता है।
गोलपायेगानी, खामेनेई के कार्यालय में लंबे समय तक चीफ ऑफ स्टाफ रहे। हालांकि वे शायद ही कभी सुर्खियों में रहे हों, लेकिन उनका प्रशासनिक नियंत्रण और सर्वोच्च नेता से निकटता उन्हें एक शांत दावेदार बनाती है।
वेलयाती पूर्व विदेश मंत्री और खामेनेई के वर्तमान वरिष्ठ विदेश नीति सलाहकार हैं।वेलयाती को कूटनीति और परमाणु वार्ता के एक अनुभवी, व्यक्ति के रूप में देखा जाता है।
कमल खराजी भी पूर्व विदेश मंत्री हैं और वर्तमान में ईरान की एक्सपीडिएंसी काउंसिल और स्ट्रैटेजिक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस में कार्यरत हैं। खराजी विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय मामलों के अपने गहन ज्ञान के लिए जाने जाते हैं।
अली लारीजानी पूर्व संसद अध्यक्ष और शीर्ष परमाणु वार्ताकार हैं। अली लारीजानी ईरान के राजनीतिक स्पेक्ट्रम में प्रभाव रखने वाले एक रूढ़िवादी और वे सर्वसम्मति से उम्मीदवार बन सकते हैं।
वहीं यदि युद्ध के बाद ईरान में सत्ता परिवर्तन होता है, उसके बाद वहां की सत्ता किसके हाथ में होगी? इसको लेकर भी सवाल पूछे जा रहे हैं। रेजा पहलवी भी एक ऐसा नाम है, जो भविष्य में अयातुल्ला अली खामेनेई की जगह ले सकता है। रेजा पहलवी ईरान के शाह के पुत्र हैं और निर्वासन में रह रहे हैं। ईरानी प्रवासी और कुछ घरेलू विपक्षी समूहों के बीच रेजा लोकप्रिय हैं। एक धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक ईरान के पैरोकार रेजा पहलवी को भी भविष्य के नेता के तौर पर देखा जा रहा है।