डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद मेक्सिको ने अमेरिका से लगी सीमा पर 10,000 सैनिकों को तैनात किया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ लगाने की धमकियों के बाद मेक्सिको ने अपने उत्तरी सीमा पर 10,000 सैनिक भेजे हैं। मेक्सिको के ‘नेशनल गार्ड’ सैनिक और सेना के कई ट्रक सियुदाद जुआरेज़ और टेक्सास के एल पासो को अलग करने वाली सीमा पर बुधवार को देखे गए।
सियुदाद जुआरेज़ के बाहरी इलाके में नकाबपोश और हथियारबंद राष्ट्रीय गार्ड के सदस्य अवरोधकों के साथ झाड़ियों के बीच से गुजरते देखे गए। तिजुआना के पास भी सैनिकों की गश्ती देखी गई। भारी टैरिफ लगाने की ट्रंप की घोषणा के बाद यह घटनाक्रम हुआ है।
मंगलवार को, इनमें से पहली टुकड़ी सरकारी विमानों से उतरकर सीमावर्ती शहरों में पहुंची। बुधवार को गश्त करने वाले गार्ड सदस्यों ने पुष्टि की कि वे नई टुकड़ी का हिस्सा थे। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सियुदाद जुआरेज़ में कम से कम 1,650 अधिकारियों को भेजे जाने की उम्मीद है, वहीं, तिजुआना में 1,949 कर्मियों को भेजे जाने की योजना है।
मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने वादा किया कि वह सीमा को सिक्योर करने और फेंटेनाइल की तस्करी रोकने के लिए देश के नेशनल गार्ड सैनिकों को सीमा पर तैनात करेंगी। पिछले एक साल में अवैध प्रवासन में कमी आने और फेंटेनाइल (दर्द निवारक दवा) के अत्यधिक सेवन में उल्लेखनीय गिरावट आने के बावजूद ट्रंप ने सीमा पर इमरजेंसी घोषित कर दी है।
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ट्रंप ने शपथ ग्रहण में अपने भाषण के दौरान कहा था, “मैं हमारी दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करूंगा। सभी अवैध प्रवेश को तुरंत रोक दिया जाएगा और हम लाखों-करोड़ों आपराधिक विदेशियों को उनके मूल स्थानों पर वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू करेंगे।”
मेक्सिको सरकार के एक बयान के अनुसार, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने लैटिन अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान सीमा पर सैनिकों की तैनाती के लिए मेक्सिको सरकार का आभार जताया था। प्रवासन, मादक पदार्थों की तस्करी और अंतरराष्ट्रीय अपराध से निपटने में मदद के लिए 1990 के दशक से सैन्य कर्मियों को लगभग लगातार सीमा पर भेजा जाता रहा है। पढ़ें- ‘अगर उनकी हत्या की गई तो ईरान को मिटा दिया जाएगा’, डोनाल्ड ट्रंप ने दी धमकी
( एपी के इनपुट के साथ)