प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान उनके और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई वार्ता में अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की काफी प्रशंसा की और कई मुद्दों पर भारत के रुख को गंभीरता से समझने की कोशिश की। ट्रंप ने मोदी को अपना पुराना मित्र बताया। इस सबके बीच विदेशी मीडिया ने ट्रंप और मोदी की मुलाकात को किस तरह देखा है और उसके बारे में क्या-क्या लिखा है।
प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा पर सहयोगियों और विरोधियों दोनों की ही नज़र थी। विदेशी मीडिया आउटलेट्स ने दोनों नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल और तनाव का तुरंत विश्लेषण किया और दोनों नेताओं के बीच बैठक के दूरगामी प्रभाव पर टिप्पणी की।
रॉयटर्स ने अपने कवरेज के टाइटल में लिखा, “भारत के टैरिफ की निंदा करते हुए, ट्रंप व्यापार वार्ता के लिए सहमत हुए।” न्यूज एजेंसी ने ट्रंप द्वारा भारत के बहुत अधिक टैरिफ के खिलाफ अपनी लंबे समय से चली आ रही शिकायत को दोहराया। दोनों नेताओं के गर्मजोशी से गले मिलने से कुछ घंटे पहले ट्रंप ने एक नई टैरिफ नीति की घोषणा की जो भारत सहित सभी व्यापारिक भागीदारों को प्रभावित करेगी।
वहीं, एसोसिएटेड प्रेस ने भी इसी तरह का दृष्टिकोण अपनाते हुए शीर्षक दिया, “ट्रंप ने भारत के मोदी को महान मित्र कहा, लेकिन भारतीय वस्तुओं पर उच्च अमेरिकी टैरिफ की चेतावनी दी । रिपोर्ट में कहा गया है कि दोस्ती की ट्रंप की सार्वजनिक घोषणाओं के बावजूद, उन्होंने ‘टैरिफ किंग’ भारत के साथ हिसाब चुकता करने पर जोर दिया।
‘मैं इसे पीएम मोदी पर छोड़ता हूं’, ट्रंप ने बांग्लादेश क्राइसिस में अमेरिका की भूमिका से किया इनकार
एपी ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री की यात्रा का उद्देश्य वाशिंगटन के साथ संबंधों को सुधारना था, जो हाल ही में यूक्रेन युद्ध पर नई दिल्ली की तटस्थता के कारण खराब हो गए थे। प्रधानमंत्री की इस मामले में शांति का पक्ष चुनने की टिप्पणी पर एपी ने कहा कि यह टिप्पणी पुतिन के साथ शांति वार्ता के लिए ट्रंप के प्रयासों की दिशा में महत्वपूर्ण है।
वहीं, दूसरी ओर न्यूयॉर्क टाइम्स ने ट्रंप-मोदी मीटिंग को कवर करते हुए लिखा, “ट्रंप और मोदी ने व्हाइट हाउस में विवादों को पीछे छोड़ दिया। न्यूज पेपर ने इस मीटिंग को पीएम मोदी द्वारा ट्रंप की मांगों को पूरा करने और सार्वजनिक असहमति को कम करने के लिए एक रणनीतिक प्रयास बताया। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति की बहुत प्रशंसा की, यहां तक कि उन्होंने ट्रंप के चुनावी नारे को भी कॉपी किया और कहा, “मेक इंडिया ग्रेट अगेन।”
टाइम्स ने रिपोर्ट किया, “इस सारी चापलूसी में दोनों देशों के बीच कई तनावों को छिपाया गया, जिनमें ट्रंप के दो प्रमुख मुद्दे, व्यापार और इमिग्रेशन भी शामिल हैं।” न्यूज पेपर ने इस बात पर भी जोर डाला कि संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका से अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भेजे जाने की बात को स्वीकार नहीं किया, जबकि उनके साथ हो रहे व्यवहार को लेकर भारत में चिंताएं बढ़ रही थीं।
वहीं, पीएम मोदी की प्रशंसा में डोनाल्ड ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ वह मुझसे कहीं ज्यादा टफ नेगोशिएटर हैं और मुझसे कहीं ज्यादा अच्छे वार्ताकार भी हैं। इसमें कोई मुकाबला ही नहीं है।’’ दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी भरे संबंध स्पष्ट दिखे और ट्रंप ने कहा कि मोदी भारत में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा,‘‘ हर कोई उनके बारे में बात करता है। वह वाकई शानदार काम कर रहे हैं। वह एक महान नेता हैं।’’ पढ़ें- ‘जब भारत और अमेरिका साथ आते हैं तो 1+1 दो नहीं, 11 होता है’, पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया अगले पांच साल का टारगेट