Israel-Iran War: इजरायल और ईरान के बीच तनाव अब बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने चेतावनी दी कि अगर ईरान के मिसाइल हवाई हमले देश पर जारी रहे तो ‘तेहरान जल जाएगा’। शनिवार की सुबह कम से कम तीन लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए, क्योंकि ईरान के प्रोजेक्टाइल इजरायल के आयरन डोम वायु रक्षा प्रणाली को भेदने में कामयाब रहे। ईरान के हमले दो रातों तक इजरायली हमलों के बाद हुए। तेहरान ने कहा कि पहली रात को लगभग 78 ईरानी मारे गए, जबकि शुक्रवार रात एक आवासीय परिसर पर हुए हमले में 60 अन्य लोगों की जान चली गई।

शनिवार को तनाव बहुत बढ़ गया जब ईरान ने चेतावनी दी कि अगर वे इजरायल पर तेहरान के हमलों को रोकने के लिए हस्तक्षेप करते हैं तो वह अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाएगा। एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार , कैट्ज ने भी कहा कि ईरान को इजरायली नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। कैट्ज ने कहा, “अगर ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई इजरायल के घरेलू मोर्चे पर मिसाइलें दागना जारी रखते हैं, तो तेहरान जल जाएगा।”

इसी बीच, ओमान के विदेश मंत्री बद्र अल-बुसैदी ने कहा कि रविवार को होने वाली अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता का अगला दौर आगे नहीं बढ़ेगा। बुसैदी ने एक्स पर लिखा है, ‘इस रविवार को मस्कट में होने वाली ईरान-अमेरिका वार्ता अब नहीं होगी, लेकिन कूटनीति और बातचीत ही स्थायी शांति का एकमात्र रास्ता है।

इससे पहले, ईरान के विदेश मंत्री ने कहा था कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए अमेरिका के साथ बातचीत जारी रखना ‘अनुचित’है। ओमान दोनों देशों (अमेरिका और ईरान) के बीच ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता को लेकर मध्यस्थता कर रहा है।

इस बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनके देश का लक्ष्य ईरान की ओर से परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल जैसे दोहरे खतरे को विफल करना है और इजरायल ने अपने लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि हम ये बर्दाश्त नहीं कर सकते कि वे 20 हज़ार मिसाइलों के उत्पादन की क्षमता बना लें। इसलिए हमने उनकी उत्पादन क्षमताओं को बर्बाद करने के लिए कार्रवाई की और यही आईडीएफ़ अभी कर रहा है।

नेतन्याहू ने कहा कि हमने तेहरान के लिए एक रास्ता तैयार कर लिया है। बहुत जल्द आप तेहरान के आसमान में इजरायली विमान, इजरायली वायु सेना, हमारे पायलटों को देखेंगे।

वहीं, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान ने चेतावनी दी है कि अगर इजरायल ने हमले जारी रखे तो उन्हें और ‘कठोर’ जवाब के लिए तैयार रहना होगा। ईरान की सरकारी मीडिया के मुताबिक पेज़ेश्कियान ने कहा कि ज़ायनिस्ट आक्रामता जारी रहने पर ईरानी सशस्त्र बलों की ओर से अधिक कठोर और शक्तिशाली जवाब दिया जाएगा।

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ऐसा कहा जा रहा है कि पेजेश्कियान ने कथित तौर पर ये टिप्पणी पाकिस्तान के प्रधानमत्री शहबाज़ शरीफ के साथ फोन पर बातचीत के दौरान की।

इजरायल ने शुक्रवार की सुबह कई धमाकेदार हमले किए, जिसमें ईरान के शीर्ष चार सुरक्षा प्रमुख मारे गए और नातान्ज़ में देश के मुख्य परमाणु स्थल पर कहर बरपाया। जवाबी कार्रवाई में ईरान ने इजराइल पर कई मिसाइलें दागीं, जिसमें तीन लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। विस्फोटों से यरुशलम और तेल अवीव के ऊपर रात का आसमान का अलग रंग दिखा और इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं।

इजरायली हमला ऐसे समय में हुआ है जब ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाने के लिए अमेरिका और ईरान एक नए कूटनीतिक समझौते की शर्तों पर बातचीत कर रहे हैं। दूसरी ओर, इजरायल ने तर्क दिया है कि ईरान – उसका प्रमुख क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी परमाणु हथियार बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, जिसे इजरायल अपने अस्तित्व के लिए खतरा मानता है।

इजरायल के ईरान पर हमलों के बाद मध्य-पूर्व में तनाव और ज्यादा बढ़ गया है। कतर, सऊदी अरब और ओमान समेत मध्य-पूर्व के कई देशों ने इजरायल के ईरान पर किए गए हमलों की निंदा की है।

कतर ने अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा पर इजरायल के उल्लंघन के खतरों की चेतावनी दी। वहीं सऊदी अरब ने ईरान पर इजरायल के हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है।

शुक्रवार को इजरायल ने ईरान पर हमले शुरू किए। ईरान के सरकारी मीडिया के मुताबिक इन हमलों में 78 लोगों की मौत हुई है और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए इसराइल पर हमले शुरू कर दिए हैं।

कतर के विदेश मंत्रालय ने इजरायल के ईरान पर किए गए हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि ये ईरान की संप्रभुता और सुरक्षा का घोर उल्लंघन है।

कतर ने कहा कि इजरायल ने ऐसा कदम तब उठाया है जब दुनिया भर के देश मध्य पूर्व में शांति बहाल करने के लिए कूटनीतिक समाधान तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।

कतर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसराइल को रोकने की अपील की है। कतर के विदेश मंत्रालय का कहना है कि अगर इजरायल को रोकने में देरी की गई तो मध्य-पूर्व में इसके गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। कतर का कहना है कि इससे शांति की संभावनाएं खत्म हो सकती हैं। कतर ने ये भी कहा है इजरायल का ये कदम मध्य-पूर्व के साथ वैश्विक सुरक्षा को खतरे में डालने वाला है।

संयुक्त राष्ट्र में कतर के स्थायी प्रतिनिधि जसीम याकूब अल हम्मादी ने वियना में कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजरायल को रोकने के लिए दबाव बनाना चाहिए।

सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने इजरायल के ईरान पर हमलों के ख़िलाफ़ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बयान जारी किया है। सऊदी अरब ने कहा कि वो इजरायल के ईरान पर हमलों की निंदा करता है। ये हमले ईरान की संप्रभुता और सुरक्षा को कमजोर करते हैं और ये अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हैं।

सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन कॉल होने की जानकारी भी दी है। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि मोहम्मद बिन सलमान ने राष्ट्रपति ट्रंप से इजरायल के ईरान पर हमलों और मध्य-पूर्व के ताजा हालात पर बात की है। विदेश मंत्रालय ने कहा है दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि शांति के लिए कूटनीतिक रास्ते अपनाए जाने चाहिए।

ओमान के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि वो इजरायल के ईरान पर हमलों की निंदा करता है। ओमान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ओमान इसराइल के हमलों को खतरनाक मानता है और ये अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का घोर उल्लंघन है। ये अस्वीकार्य है और इससे मध्य-पूर्व की स्थिरता कमजोर होती है।

वहीं कुवैत के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि कुवैत इजरायल के ईरान पर किए गए हमलों की कड़ी निंदा करता है।

कुवैत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ये ईरान की संप्रभुता पर हमला है और इससे क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता खतरे में आई है। इजरायल का कदम अंतरराष्ट्रीय कानूनों का घोर उल्लंघन है। कुवैत विशेष रूप से सुरक्षा परिषद से इन उल्लंघनों को रोकने में अपनी जिम्मेदारियों को इस तरह से निभाने का आह्वान करता है जिससे क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे।

तुर्की के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि हम ईरान पर इजरायल के हवाई हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। जारी बयान में कहा गया कि यह हमला अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है और ये उकसावे की कार्रवाई भी है जो इस क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ाने की इसराइल की नीति को बढ़ावा देती है।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता के दौरान इन हमलों से साफ संकेत मिलता है कि नेतन्याहू सरकार कूटनीतिक माध्यमों से किसी भी मुद्दे को हल करने के लिए तैयार नहीं है। इजरायल अपने हितों के लिए क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक शांति को जोखिम में डालने से हिचकता नहीं है।

तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजरायल को अपनी आक्रामक कार्रवाइयों को तुरंत रोकना चाहिए जो व्यापक संघर्षों को जन्म दे सकती हैं। हम मध्य-पूर्व में विनाश नहीं देखना चाहते हैं। हम युद्ध को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान करते हैं।

‘तेहरान जल जाएगा’, इजरायली रक्षा मंत्री की ईरान को चेतावनी

वहीं इराक सरकार ने भी इजरायल के कदम को मध्य-पूर्व की सुरक्षा और शांति के लिए खतरा कहा है। इराक सरकार के प्रवक्ता बसीम अलवादी ने कहा कि इराक सरकार ईरान के क्षेत्र में याहूदी शासन के सैन्य हमले की कड़ी निंदा करती है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के मूल सिद्धांतों का घोर उल्लंघन है। ये अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है। खासकर तब जब अमेरिका और ईरान के बीच वार्ता चल रही है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अंतरराष्ट्रीय कानून के इस खुलेआम उल्लंघन के सामने मूकदर्शक बनकर नहीं रहना चाहिए। इराक सरकार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से अपील करती है कि वो तुरंत बैठक बुलाए और इस आक्रमण को रोकने के तुरंत कदम उठाए।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने इजरायल के ईरान पर किए गए हमलों की निंदा की है। शहबाज़ शरीफ़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मैं इजरायल के आज ईरान पर बेवजह किए गए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। मैं इन हमलों में मारे गए ईरान के लोगों के प्रति गहरी संवेदना जाहिर करता हूं।

यह गंभीर और बेहद गैर-ज़िम्मेदाराना काम है और बेहद चिंताजनक भी है। इससे पहले से ही अस्थिर क्षेत्र में और अस्थिरता पैदा होने का खतरा है। शहबाज़ शरीफ़ ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र से अपील करते हैं कि वे क्षेत्रीय और वैश्विक शांति को खतरे में डालने वाली किसी भी वजह को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाएं। वहीं, इजरायल-ईरान तनाव के बीच भारत ने SCO के बयान से खुद को अलग किया। पढ़ें…पूरी खबर।