प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वेस्टर्न अफ्रीका के देश घाना में थे। यहां उन्हें घाना के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया। गुरुवार को ही पीएम नरेंद्र मोदी ने घाना की संंसद को भी संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन को तो घाना के सांसदों ने बेहद ध्यान से सुना ही लेकिन इस दौरान वहां के दो सांसदों ने सारी महफिल लूट ली।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे घाना की संसद के एक वीडियो में दो सांसद भारतीय वेशभूषा में नजर आए। इन सांसदों का जब वहां की संसद के स्पीकर ने जिक्र किया तो वहां जमकर तालियां बजीं। जब स्पीकर ने घाना के दोनों सांसदों का जिक्र किया तो पीएम नरेंद्र मोदी उनके बराबर वाली कुर्सी पर ही बैठे थे।
स्पीकर ने पहले पुरुष सासंंद का जिक्र किया तो भारतीय अंदाज में कई बार हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया। इसके बाद उन्होंने एक महिला सांंसद की भी ओर इशारा किया। स्पीकर ने कहा कि ये दोनों सांसद भारत देश के प्रति अपने प्यार का इजहार कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी भी दोनों सांसदों को भारतीय परिवेश में देखकर प्रसन्न नजर आए।
Some Members of Parliament donned traditional Indian attire in a show of solidarity as India’s Prime Minister, Shri Narendra Modi, visited Ghana’s Parliament to observe proceedings.#CitiNewsroom pic.twitter.com/O4QisnBHYa
‘ग्लोबल साउथ’ को आवाज दिए बिना प्रगति नहीं हो सकती, घाना की संसद को PM नरेंद्र मोदी ने किया संबोधित । Big Points
पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अक्करा में घाना के पहले राष्ट्रपति एवं अफ्रीकी स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रतिष्ठित नेता डॉ. क्वामे नक्रूमा को क्वामे नक्रूमा मेमोरियल पार्क (केएनएमपी) में श्रद्धांजलि अर्पित की। घाना की उपराष्ट्रपति प्रोफेसर नाना जेन ओपोकू-अग्येमांग के साथ पीएम मोदी ने पश्चिम अफ्रीकी देश के पहले प्रधानमंत्री और बाद में पहले राष्ट्रपति बने नक्रूमा की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता, एकता और सामाजिक न्याय के लिए नक्रूमा के योगदान को याद करते हुए उनके सम्मान में कुछ क्षण का मौन भी रखा। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, “प्रधानमंत्री द्वारा नक्रूमा को दी गई श्रद्धांजलि घाना के समृद्ध इतिहास के प्रति भारत के गहरे सम्मान को दर्शाती है और दोनों देशों के बीच मजबूत मित्रता और सहयोग होने की पुष्टि करती है।” नक्रूमा अफ्रीकी इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे, जिन्हें 1957 में घाना को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता दिलाने और अखिल अफ्रीकी आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है।
पीएम मोदी को घाना ने अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा, अब तक 24 देश कर चुके हैं सम्मानित; देखें पूरी लिस्ट
