Sudan Military vs Rapid Support Forces Conflict: सूडान में अप्रैल, 2023 में सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच शुरू हुई लड़ाई यहां के लोगों की जिंदगी का सबसे बुरा सपना बन गई है। तब से अब तक कम से कम 20 हजार लोग इस लड़ाई में मारे जा चुके हैं और डेढ़ करोड़ लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। देश के कई इलाके ऐसे हैं जहां अकाल और भुखमरी वाले हालात हैं।

UNICEF की रिपोर्ट में सूडान के हालात को लेकर जो आंकड़े पेश किए हैं, वह रूह को कंपा देने वाले हैं। एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने UNICEF की रिपोर्ट को प्रकाशित किया है।

UNICEF ने कहा है कि इस लड़ाई में अब तक 221 बच्चों के साथ हथियारबंद लड़ाके बलात्कार कर चुके हैं और हैवानियत की हद यह है कि इसमें एक साल की उम्र से कम के बच्चे भी शामिल हैं।

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जिन बच्चों के साथ बलात्कार किया गया, उनमें से 30% से अधिक लड़के थे। कुछ पीड़ित नवजात बच्चे सिर्फ चार महीने के थे और 16 बच्चे पांच साल से छोटे थे। महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा के मामलों को दर्ज करने वाले SIHA नेटवर्क ने हाल ही में बताया था कि सूडान में युद्ध शुरू होने के बाद से दर्ज किए गए यौन हिंसा के मामलों में 23% पीड़ित लड़कियां थीं।

यूनिसेफ की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कैथरीन रसेल ने कहा है कि युद्ध की रणनीति के रूप में बलात्कार और यौन हिंसा का सहारा लिया जा रहा है।

यौन हिंसा के ये मामले गेदारेफ़, कसाला, गेजेरा, खार्तूम, रिवर नाइल, नॉर्दर्न स्टेट, साउथ कोर्डोफ़ान, नॉर्थ डारफ़ुर और वेस्ट डारफ़ुर सहित कई राज्यों में मामले दर्ज किए गए। साउथ कोर्डोफ़ान में एक लड़के के साथ बंदूक की नोक पर बलात्कार किया गया। फल तोड़ने गए कई बच्चों के साथ भी बलात्कार किया गया।

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UNICEF की प्रवक्ता इंग्राम ने AP से कहा कि बच्चों के खिलाफ बलात्कार के मामलों का दर्ज होना इस बात को दिखाता है कि समस्या बेहद गंभीर है। AP की रिपोर्ट के अनुसार, कई पीड़ित अपने साथ हुई घटनाओं को बताने से डरते हैं क्योंकि उन्हें हथियारबंद समूहों के द्वारा बहिष्कार किए जाने का डर सताता रहता है।

इंग्राम बीते दिसंबर में सूडान गई थीं। उन्होंने बताया कि हिंसा के पीड़ित गंभीर शारीरिक चोटों और मानसिक परेशानियों से गुजर रहे हैं। कुछ ने आत्महत्या करने की कोशिश की है। कई महिलाओं ने AP को बताया कि उनके साथ बार-बार बलात्कार किया गया और इस कारण वे गर्भवती हो गईं और उनकी पिटाई भी की गई। इससे पता चलता है कि सूडान में चल रही इस लड़ाई में बच्चों के खिलाफ कितने बड़े पैमाने पर हिंसा हो रही है।

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