India-Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच में तनाव चरम पर पहुंच चुका है, पहलगाम हमले के बाद से ही हालात विस्फोटक बने हुए हैं। इस समय दुनिया के ज्यादातर देश मजबूती के साथ भारत संग खड़े हैं, लेकिन कुछ देश पाकिस्तान को भी सपोर्ट कर रहे हैं, ऐसा ही एक देश तुर्की जिसने पहले अपने बयान से विवाद खड़ा किया, अब उसका युद्धपोत कराची पहुंच चुका है।
अब पाकिस्तानी नेवी के मुताबिक तुर्की के साथ पेशेवर तालमेल बढ़ाना और रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करना मकसद है, लेकिन भारत के लिए इसके मायने अलग हैं। तुर्की उन देशों में शामिल है जिसने पहले भी भारत के खिलाफ स्टैंड लिया है, ऐसे में उसके युद्धपोत का कराची पहुंचना मायने रखता है। तुर्की के इस युद्धपोत का नाम TCG Büyükada है।
पाक नौसेना ने भी दिल खोलकर तुर्की युद्धपोत का स्वागत किया है, बकायता सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें साझा की हैं। बताया जा रहा है कि तुर्की का यह युद्धपोत कई प्रोफेशनल गतिविधियों में हिस्सा लेने वाला है, कई तरह के अभ्यास भी होते हुए दिख सकते हैं। अब भारत तुर्की युद्धपोत का कराची आना इसलिए भी आम नहीं मान सकता है क्योंकि इससे पहले भी पाकिस्तान और तुर्की के बीच में खास दोस्ती दिखी है। बड़ी बात यह है कि तुर्की ने समय-समय पर पाकिस्तान को सैन्य ड्रोन भी दिए हैं, उसकी पनडुब्बियों को भी आधुनिक बनाने में अपनी भूमिका निभाई है।
युद्ध के समय भारत की वायुसेना कितनी ताकतवर है?
अब पाकिस्तान के साथ तो तुर्की अच्छे रिश्ते निभा रहा है, लेकिन भारत के साथ उसने कई मौकों पर दगाबाजी की है। उसने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाया है, उसी ने ही भारत के मुस्लिमों का जिक्र कर भी घेरने की कोशिश की है। यह अलग बात है कि हर बार भारत की तरफ से तुर्की को मुंहतोड़ जवाब मिला है। अब इस बार तुर्की युद्धपोत के कराची आने पर भारत कैसी प्रतिक्रिया देती है, सरकार का क्या स्टैंड रहता है, यह देखना दिलचस्प रहेगा।
वैसे इतना जरूर है कि भारत भी पिछले कई दिनों से लगातार अलग-अलग स्तर पर सैन्य अभ्यास कर रहा है। कुछ दि पहले ही यूपी के गंगा एक्सप्रेस वे पर बेहतरीन एयर शो देखने को मिला था जहां राफेल से लेकर कई दूसरे फाइटर प्लेन्स ने अपना शौर्य दिखाया था, नाइट लैंडिग ने भी दुनिया का ध्यान खींचा था।
जनसत्ता पर देखिए पहलगाम की विशेष कवरेज