हाल ही में दिल्ली में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ‘वांटेड’ पोस्टर वायरल हुए थे। जानकारी के मुताबिक, बेल्जियम के दूतावास में काम करने वाले एक विदेशी नागरिक ने चाणक्यपुरी इलाके में ‘वांटेड’ शब्द के साथ इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीर वाले पोस्टर लगाए। बेल्जियम ने बुधवार को पुष्टि की कि दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीर के साथ ‘वांटेड’ शब्द वाले पोस्टर लगाने वाला विदेशी नागरिक उनके दूतावास से जुड़ी एक सरकारी निर्यात और निवेश एजेंसी का कर्मचारी था।

इंडियन एक्सप्रेस के सवालों का जवाब देते हुए बेल्जियम के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा, “बेल्जियम के विदेश मंत्रालय को इस घटना की जानकारी है।” प्रवक्ता ने कहा कि वह व्यक्ति वालोनिया एक्सपोर्ट एंड इन्वेस्टमेंट एजेंसी (AWEX) के लिए काम करता है। प्रवक्ता ने कहा, “फिलहाल, बेल्जियम के विदेश मंत्रालय और न ही नई दिल्ली स्थित बेल्जियम के दूतावास को इस मामले पर भारतीय अधिकारियों से कोई अनुरोध प्राप्त हुआ है।”

मामला 29 मई को सुबह 7.30 बजे सामने आया, जब चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन के कर्मियों ने बिजली के खंभों पर नेतन्याहू के ऐसे दो पोस्टर देखे। नेतन्याहू की फोटो पर वांटेड लिखा एक पोस्टर मालचा मार्ग में कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल के पास और दूसरा अमेरिकन एम्बेसी स्कूल के पास। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया और उनसे पोस्टर हटाने को कहा गया था।

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अधिकारी ने बताया, “करीब 50 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस कर्मियों ने पाया कि नीली शर्ट और काली पैंट पहने एक शख्स सुबह करीब 5.30 बजे साइकिल पर आया और उसने बिजली के खंभे पर एक पोस्टर लगा दिया। कई सीसीटीवी कैमरों को खंगालने के बाद पता चला कि वह सरदार पटेल मार्ग के एक फ्लैट से निकला था।”

चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन की एक टीम उसके घर पहुंची और वहां रहने वाले व्यक्ति की पहचान की। चूंकि यह मामला बेल्जियम दूतावास से जुड़ी एक एजेंसी के लिए काम करने वाले विदेशी नागरिक का है इसलिए भारतीय अधिकारी इस मामले में आगे की कार्रवाई को लेकर सतर्क हैं। यह दूतावास के कर्मचारियों को दी जाने वाली कुछ छूटों से जुड़ा एक संवेदनशील मामला है। हालांकि, संबंधित व्यक्ति राजनयिक नहीं है और इसलिए उसे पूर्ण राजनयिक छूट प्राप्त नहीं है लेकिन कुछ चीजें अस्पष्ट हैं इसलिए दिल्ली इस मुद्दे पर कुछ हद तक सावधानी बरत रही है। पढ़ें- दिल्ली में किसने लगाए इजरायली प्रधानमंत्री के पोस्टर?