अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालते ही अवैध अप्रवासियों को डिपोर्ट करना शुरू कर दिया है। अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर एक फ्लाइट भी वहां से रवाना हो चुकी है। रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, 205 भारतीय नागरिकों को लेकर C-17 विमान सैन एंटोनियो, टेक्सास से भारतीय समयानुसार सुबह करीब 3 बजे रवाना हुआ। अमेरिका से अवैध अप्रवासियों को फ्लाइट से निर्वासित किया जा रहा है, जिसमें खास तौर पर सैन्य विमान भी शामिल हैं।

अमेरिका में निर्वासन के लिए सैन्य विमानों का इस्तेमाल असामान्य है, यह बहुत महंगा भी है। हाल ही में कोलंबिया ने निर्वासित लोगों को ले जा रहे सैन्य विमान को उतरने से मना कर दिया था, राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने कहा था कि वह केवल नागरिक विमानों को ही स्वीकार करेंगे। आइस में सवाल यह उठता है कि ट्रंप प्रशासन क्यों अवैध अप्रवासियों को सैन्य विमान से भेजने पर अड़ा हुआ है और एक सैन्य विमान से निर्वासन उड़ान की लागत कितनी है?

अमेरिका आमतौर पर कमर्शियल चार्टर प्लेन से निर्वासन करता है जो कमर्शियल प्लेन की तरह दिखते हैं और अमेरिकी सीमा शुल्क और आव्रजन प्रवर्तन (ICE) द्वारा संचालित होते हैं। हालांकि, ये रेगुलर विमान अभी भी अवैध अप्रवासियों को बाहर ले जा रहे हैं पर ज्यादा इस्तेमाल सैन्य C-17 विमानों का हो रहा है।

रॉयटर्स ने दोनों विमानों की लागत की तुलनात्मक गणना की है। जिसके मुताबिक, ग्वाटेमाला के लिए हाल ही में एक सैन्य निर्वासन उड़ान संभवतः प्रति प्रवासी कम से कम 4,675 डॉलर की लागत थी जो उसी रूट पर अमेरिकन एयरलाइंस के फर्स्ट क्लास के वन साइड टिकट की 853 डॉलर की लागत से 5 गुना अधिक है।

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आईसीई उड़ानों के बारे में रॉयटर्स ने कहा, “कार्यवाहक आईसीई निदेशक ताए जॉनसन ने अप्रैल 2023 की बजट सुनवाई के दौरान सांसदों को बताया कि निर्वासन उड़ानों की लागत 135 निर्वासितों के लिए प्रति उड़ान घंटे 17,000 डॉलर है और आमतौर पर पांच घंटे तक चलती है।” इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि C-17 सैन्य परिवहन विमान को चलाने की अनुमानित लागत 28,500 डॉलर प्रति घंटा है। भारत के लिए निर्वासन उड़ान अब तक की सबसे लंबी उड़ान है। अब तक, ऐसी उड़ानें ग्वाटेमाला, पेरू, होंडुरास और इक्वाडोर के लिए जा चुकी हैं। कोलंबिया के लिए भी एक सैन्य विमान उड़ा था लेकिन देश ने अप्रवासियों को वापस लाने के लिए अपने खुद के विमान भेजे।

ट्रंप ने अक्सर अवैध अप्रवासियों को एलियन और अपराधी कहा है जिन्होंने अमेरिका पर आक्रमण किया है। सैन्य विमानों पर अप्रवासियों को लादे जाने के दृश्य इस संदेश का हिस्सा प्रतीत होते हैं कि ट्रंप ऐसे अपराधों के प्रति सख्त हैं। विमानों में लादे जाने वाले अप्रवासियों को बेड़ियां और हथकड़ी लगाना भी इसी के अनुरूप प्रतीत होता है।

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हाल ही में रिपब्लिकन सांसदों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, “इतिहास में पहली बार हम अवैध विदेशियों का पता लगा रहे हैं और उन्हें सैन्य विमानों में भरकर वापस उन स्थानों पर ले जा रहे हैं जहां से वे आए थे।” ट्रंप अवैध अप्रवासियों को हिरासत में लेने और अपील करने का समय देने के बजाय उन्हें तुरंत निर्वासित करने के पक्ष में हैं। उन्होंने दिसंबर में कहा था, “मैं नहीं चाहता कि वे अगले 20 सालों तक शिविर में बैठे रहें। मैं चाहता हूं कि वे बाहर निकलें और देशों को उन्हें वापस लेना होगा।”

हाल ही में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने हथकड़ी लगे प्रवासियों की तस्वीरें पोस्ट की थीं जो एक-दूसरे से बंधे हुए थे और एक सैन्य विमान की ओर बढ़ रहे थे। उनकी पोस्ट में लिखा था, “निर्वासन उड़ानें शुरू हो गई हैं। राष्ट्रपति ट्रंप पूरी दुनिया को एक मजबूत और स्पष्ट संदेश भेज रहे हैं अगर आप अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करते हैं तो आपको गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।” पढ़ें- ट्रंप ने अवैध भारतीय अप्रवासियों को भेजा वापस, पहली फ्लाइट दिल्ली के लिए रवाना