Delhi Election 2025: दिल्ली का चुनाव काफी दिलचस्प मोड़ पर आ चुका है, अब मतदान में सिर्फ कुछ दिन ही रह गए हैं। इस समय बीजेपी और आम आदमी पार्टी में काटे का मुकाबलाद देखने को मिल रहा है। कुछ सीटों पर कांग्रेस भी फाइट देती हुई दिखाई दे रही है। लेकिन लोगों के बीच में ऐसी धारणा बन रही है कि इस बार के मुकाबले में आर-पार की स्थिति आम आदमी पार्टी बनाम बीजेपी की रहने वाली है।
अब इस चुनाव में बीजेपी पूरी कोशिश कर रही है कि वो 26 साल के वनवास को खत्म कर दे, इस वजह से पार्टी एक अलग ही रणनीति पर काम कर रही है। अब आंकड़े भी बताते हैं कि बीजेपी किस तरह से दिल्ली में वापसी कर सकती है। यहां ना कोई ओपिनियन की बात है ना ही कोई स्कीम की, अगर सिर्फ वोट शेयर का खेल समझा जाए तो बीजेपी के प्रदर्शन का आकलन किया जा सकता है।
राजनीतिक विश्लेषक तुषार गुप्ता ने डीडी न्यूज के लिए एक लेख लिखा है जिसमें उन्होंने इस बात पर फोकस किया है कि अगर बीजेपी का वोट शेयर कुछ सीटों पर भी बढ़ जाता है, इस चुनाव में पासा पूरी तरह पलट सकता है। असल में अगर पिछले विधानसभा चुनाव को देखा जाए तो बीजेपी एक अकेली ऐसी पार्टी जिसका वोट शेयर बढ़ा था। 70 में से 65 सीटें ऐसी रही थीं जहां पर पार्टी के वोट शेयर में इजाफा हुआ, यहां भी 52 सीटों पर तो यह बढ़ोतरी 3 फीसदी से भी ज्यादा की रही। 42 सीटों पर पांच प्वाइंट की बढ़त दिखी और 18 सीटों पर 10 प्वाइंट की।
यहां भी अगर नजफगढ़ सीट का ट्रेंड देखा जाए तो पिछले चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर 21 फीसदी तक बढ़ गया था। इसी वजह से कहा जा रहा है कि अगर बीजेपी को दिल्ली में अपनी सरकार बनानी है, उसे हर कीमत पर उत्तर और उत्तर पश्चिमी दिल्ली पर फोकस करना होगा। चांदनी चौक, नॉर्थ वेस्ट दिल्ली और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली जैसे इलाके बीजेपी की वापसी की पटकथा लिख सकते हैं।
एक समझने वाली बात यह भी है कि 2020 में दिल्ली की 38 सीटों पर बीजेपी का वोट शेयर 40 फीसदी था, यानी कि वो सीधे-सीधे आम आदमी पार्टी के साथ टक्कर में थी। लेकिन अगर इन्हीं सीटों पर अब कांग्रेस 10 फीसदी वोट भी हासिल कर जाती है, समीकरण पूरी तरह बदल सकते हैं और बीजेपी आगे निकल सकती है।
आम आदमी पार्टी की बात करें तो 2015 में उसने अपना सबसे बेहतर प्रदर्शन किया था और 67 सीटें जीतीं। 2020 आते-आते आप का वोट शेयर सिर्फ 32 सीटों पर बढ़ा, लेकिन जब सभी 70 सीटों का देखा जाए तो 0.73 फीसदी की गिरावट हुई। इसी वजह से इस बार आम आदमी पार्टी के सामने कई मोर्चों पर चुनौती है, वही बीजेपी के सामने सत्ता में वापस आने का एक सुनहरा मौका। दिल्ली चुनाव से जुड़ी और खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
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