Delhi Election 2025: दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच में मुकाबला चल रहा है, दो सीटों पर ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी अपने प्रत्याशी उतार रखे हैं। लेकिन मुख्य तौर पर टक्कर आप बनाम बीजेपी की दिखाई पड़ती है, जैसी दिल्ली की राजनीति रही है यहां पर बाइपोलर कंटेस्ट ही देखने को मिलता है, इस बार भी वैसी ही स्थिति बन रही है। लेकिन दिल्ली चुनाव के साथ एक ऐसा ट्रेंड जुड़ा हुआ है जो समय से पहले बता सकता है कि राजधानी में किसकी सरकार बनने जा रही है।
असल में 1993 से ही दिल्ली चुनाव के साथ एक बात जुड़ी हुई है, जिस भी पार्टी को 40 फीसदी या उससे ज्यादा वोट मिल जाते हैं, उसकी जीत पक्की है। यानी कि अगर वोट शेयर 40 प्रतिशत को पार कर गया, सरकार उसी की बनेगी। अभी तक तो जितने भी आंकड़े सामने आए हैं वो इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि 40% का खेल ही दिल्ली चुनाव का परिणाम भी तय कर रहा है।
अब यहां पर 2013 दिल्ली चुनाव का जिक्र नहीं किया गया, इसका एक बड़ा कारण है। असल में दिल्ली का 2013 वाला चुनाव ऐसा रहा था जहां पर किसी भी पार्टी को 40 फीसदी या उससे ज्यादा वोट शेयर नहीं मिला था। उस चुनाव में बीजेपी को 33.3 फीसदी वोट, आम आदमी पार्टी को 29.7 फीसदी वोट और कांग्रेस को 24.7 फीसदी वोट मिले थे। इसी वजह उस चुनाव में त्रिशंकु जनादेश आया और कोई भी पार्टी अपने दम पर सरकार नहीं बना पाई।
2013 का नतीजा ही यह बताने के लिए काफी है कि अगर दिल्ली में कोई भी पार्टी 40 फीसदी वोट शेयर का आंकड़ा नहीं छू रही है, तब मानकर चलना चाहिए कि राजधानी में या तो तोड़फोड़ वाली राजनीति देखने को मिलेगी या फिर गठबंधन सरकार के आसार होंगे।