Shubman Gill: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल रेड-बॉल क्रिकेट में इिन दिनों रन बनाने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान उनका बुरा हाल हुआ था। हालांकि इसके बाद उन्होंने रणजी के इस सीजन में अपना पहला मैच कर्नाटक के खिलाफ खेलते हुए दूसरी पारी में पंजाब के लिए शतक जरूर लगाया, लेकिन गिल ने स्वीकार किया कि रेड बॉल क्रिकेट में रन नहीं बना पाना उनके लिए चिंता का विषय है।
गिल ने कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच की दूसरी पारी में पंजाब के लिए शतक जड़ा और 14 चौकों की मदद से 102 रन की पारी खेली। हालांकि उनकी पारी बेकार गई क्योंकि पंजाब दूसरी पारी में 213 रन पर ऑल आउट हो गया और मैच एक पारी और 207 रन से हार गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हाल ही में खराब प्रदर्शन के बाद फॉर्म में वापसी करते हुए, गिल ने रेड बॉल क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी की चिंताओं के बारे में बताया और खुलासा किया कि वह कभी-कभी बड़े स्कोर बनाने के लिए खुद पर बहुत अधिक दवाब डालते हैं और इसकी वजह से उनका ध्यान और उनकी एकाग्रता खो जाती है।
शुभमन गिल ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि रेड बॉल क्रिकेट में उनकी बल्लेबाजी चिंता का विषय है। मैं जिन मैचों में खेलता हूं उनमें 25-30 रन काफी अच्छे से बना लेता हूं और इस स्थिति में मैं सोचता हूं कि बड़ा स्कोर कर लेता हूं और इसकी वजह से खुद पर दवाब डाल लेता हूं। मुझे लगता है कि मैं इस तरह से अपना खेल नहीं खेलता हूं। गिल ने आगे कहा कि मैं एक शर्टेन जोन में हूं और वहां पर मैं शर्टेन इंटेंट के साथ हूं, लेकिन कभी-कभी मुझे लगता है कि मैं इसे खो देता हूं क्योंकि मैं खुद पर दवाब डाल लेता हूं कि अब मुझे बड़े रन बनाने हैं। मुझे लगता है कि उन अहम पल में मैं कभी-कभी अपना ध्यान और एकाग्रता खो देता हूं। मुझे लगता है कि यह आपको हर समय खेल में बनाए रखता है।
हाल ही में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में गिल तीन ने मैचों की पांच पारियों में 18.60 की औसत से केवल 93 रन ही बना पाए थे जिसमें उनका बेस्ट स्कोर 31 रन था। यहां तक कि उन्हें मेलबर्न में चौथे टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन से भी बाहर कर दिया गया था, क्योंकि उनका प्रदर्शन खराब रहा था। गिल को अब इंग्लैंड के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज में हिस्सा लेना है और इसके बाद वो चैंपियंस ट्रॉफी में खेलते हुए नजर आएंगे और इस दोनों टूर्नामेंट के लिए उन्हें भारतीय वनडे टीम का उप-कप्तान बनाया गया है।